- डीएलएड की पांचवे चरण की काउंसिलिंग शुरू, सीटें भरने की उम्मीद कम

LUCKNOW :

नंबर गेम

41 हजार सीटें खाली

2.02 लाख प्रदेश में कुल सीटें

8 अक्टूबर तक काउंसिलिंग

डीएलएड पूर्व प्रचलित नाम बीटीसी प्रशिक्षण-2017 की प्रदेश में 41 हजार सीटें खाली रह गई हैं। जबकि सीट भरने के लिए परीक्षा नियामक प्राधिकारी के स्तर पर चार बार काउंसिलिंग कराई जा चुकी है। गुरुवार को पांचवें चरण की काउंसिलिंग शुरू की गई है। जानकारों का कहना है कि डीएलएड कैंडिडेट्स काफी मांग रहती है। यहां एडमिशन के लिए लाइन लगती आई है। ऐसे में इतनी सीटों के खाली रहने से आयोजकों पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

अगस्त से प्रक्रिया चल रही

डीलएड की प्रदेश में करीब 2.02 लाख सीटें हैं। इन पर एडमिशन प्रक्रिया अगस्त में शुरू की गई थी। अभी तक काउंसिलिंग के चार चरण पूरे हो चुके हैं। इसके बाद भी बड़ी संख्या में सीटें खाली हैं। पांचवां चरण गुरुवार को शुरू हुआ है, जो आठ अक्टूबर तक चलेगा। इसमें सभी छूटे हुए कैंडीडेट्स को चांस दिया गया है।

पिछला सत्र शून्य

जानकारों की मानें तो प्रदेश में डीलएड की पढ़ाई की हालत बेहद खराब है। एडमिशन और सत्र शुरू करने में देरी समेत अन्य कारणों से बीटीसी 2016-17 के सत्र को शून्य घोषित किया गया था। उसके बावजूद भी जब वर्तमान सत्र 2017-18 के लिए एडमिशन प्रक्रिया शुरू की गई तो उसमें भी देरी कर दी गई। जिसका नतीजा है कि अब सीट भरने में हालत खराब हो रही है।

सेशन 2016-17 को जीरो कर दिया गया था। तो सत्र 2017-18 के एडमिशन की प्रक्रिया समय पर शुरू करनी थी। बहुत ज्यादा एक सितम्बर से सत्र शुरू करना चाहिए था। पिछले सत्र को शून्य करने के बाद भी इस बार अन्य वषरें के मुकाबले सत्र और लेट कर दिया गया है। जिस कारण इस बार एडमिशन नहीं मिल रहे हैं।

सशक्त सिंह, अध्यक्ष, यूपी प्राइवेट कॉलेज एसोसिएशन

Posted By: Inextlive