मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में पुलिस की ताबड़तोड़ दबिश

अलग-अलग थाना क्षेत्रों की पुलिस कर रही छापेमारी

Meerut। युवा सेवा समिति के शांति मार्च में बवाल के बाद उपद्रवियों की गिरफ्तारी शुरू हो गई है। हालांकि मुख्य आरोपित बदर अली अभी तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है। पुलिस ने सोमवार रात्रि मुस्लिम बहुल इलाकों में ताबड़तोड़ छापेमारी कर 42 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

ताबड़तोड़ गिरफ्तारी

झारखंड में मॉब लिंचिंग की घटना के विरोध में युवा सेवा समिति ने रविवार को फैज-ए-आम कालेज से हापुड़ अड्डे तक बिना अनुमति के जुलूस निकाला था। इससे शहर के खैर नगर, इंदिरा चौक और हापुड़ अड्डे पर प्रदर्शनकारियों का पुलिस से टकराव हो गया। जुलूस में मौजूद युवकों ने सड़कों पर जमकर अराजकता की। पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को काबू किया। पुलिस को इंटरनेट सेवाएं बंद करनी पड़ीं।

बवाल करने वाले 42 लोग गिरफ्तार, भेजा जेल

बवाल के दौरान शहर काजी हाजी जैनुर साजीद्दीन सड़क पर मौजूद थे तो वहीं फैज-ए-आम में हुई श्रद्धांजलि सभा को भी शहर काजी ने संबोधित किया। पुलिस ने इस केस में शहर काजी को नामजद करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। वहीं 70 नामजद और 1 हजार अज्ञात बवालियों के खिलाफ तीन थानों में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। शहर में 21 संवेदनशील प्वाइंट चिह्नित कर आरएएफ और पीएसी लगा दी गई।

नामजद और वीडियो फुटेज से चिह्नित हुए 42 आरोपियों को पकड़ लिया है। मुख्य आरोपी बदर अली समेत अन्य आरोपियों की धरपकड़ को टीमें बनाकर दबिश डाली जा रही है। वीडियो फुटेज देखकर ही शहर काजी को मुकदमे में शामिल करने का निर्णय किया जाएगा। मुस्तैदी के लिए सभी प्वाइंटों पर आरएएफ और पीएसी तैनात है।

डॉ। बीपी अशोक, एसपी क्राइम

Posted By: Inextlive