होटल पाटलिपुत्र अशोक में ऑब्जर्वेशन पर 44 सस्पेक्ट
- सभी मुंगेर वाले केस से हैं संबंधित
- सिविल सर्जन की टीम कर रही है ऑब्जर्वेशनPATNA : कोरोना का खतरा लगातार बढ़ रहा है। बिहार में कोरोना के पहले मृतक के संपर्क में आए 44 लोगों को ऑब्जर्वेशन पर रखा गया है। पटना के सिविल सर्जन डॉ आर के चौधरी ने बताया कि बीते दो-तीन दिनों से इस मामले में सस्पेक्ट का पता लगाया जा रहा था। शुक्रवार को इसके सीधे संपर्क में आए लोगों को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। उनके सैंपल भी जांच के लिए भेजे गए हैं। इसमें मेडिकल स्टाफ, डेड बॉडी के साथ गए लोग और उनके फैमिली मेंबर्स आदि शामिल हैं। उन्होंने बताया कि यदि इसमें कोई केस पॉजिटिव आता है तो जांच और आगे बढ़ेगी। फिलहाल इन सभी को होटल पाटलिपुत्र अशोक में आइसोलेशन के लिए रखा गया है। यहां आइसोलेशन के लिए सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं। उन्होंने बताया कि इन 44 के अलावा यदि और सस्पेक्ट मिलते हैं तो उन्हें भी जांच के दायरे में लाया जाएगा।
एक से कई हो सकते है संक्रमितडॉक्टरों का कहना है कि कोरोना का वायरस बहुत तेजी से फैलता है। साउथ कोरिया में तो एक व्यक्ति से 8000 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। इसलिए मुंगेर के मामले में भी गहनता से यह जांच होनी चाहिए कि कोई सस्पेक्ट ऑब्जर्वेशन से छूट न जाए। सभी को अलर्ट रहने की जरूरत है।
गोपनीयता से हो रहा काम स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के मुताबिक कोरोना के सस्पेक्ट की पहचान क्वारंटाइन और इस प्रक्रिया में नए केसेस की गोपनीयता रखी जा रही है। सस्पेक्टेड को गोपनीय तरीके से होम क्वारंटाइन किया जा रहा है ताकि लोग पैनिक न हो। इनमें खासतौर पर जो विदेश से आए हैं या कोरोना सस्पेक्ट के बीच काम कर रहे हैं या संबंधित केस के फैमिली मेंबर आदि शामिल हैं। पटना में देश के अन्य राज्यों से लौटे लोगो पर भी नजर रखी जा रही है। ऑब्जर्वेशन में रखे गए केसेस - पटना : 100 - गोपालगंज : 280 -सिवान : 344 -भागलपुर : 109 -मुजफ्फरपुर : 173 - नालंदा : 94 ( नोट : सभी आंकड़े राज्य स्वास्थ्य समिति के हैं.)