-हाइकोर्ट के आदेश के बावजूद नहीं हो रही नियुक्ति

-मेडिकल स्टूडेंट्स की क्लास हो रही बाधित

RANCHI: रिम्स में ट्यूटर के ब्भ् पद विभिन्न विभागों में खाली पड़े हुए हैं। इससे सैकड़ों स्टूडेंट्स की पढ़ाई बाधित हो रही है। लेकिन, ट्यूटर की नियुक्ति को लेकर रिम्स प्रबंधन गंभीर नहीं है। जबकि हाईकोर्ट ने ट्यूटर की नियुक्ति प्रक्रिया को जारी रखने का आदेश दिया था। वहीं, रिम्स प्रबंधन हॉस्पिटल की व्यवस्था तो सुधार रहा है, लेकिन ट्यूटर की नियुक्ति को लेकर गंभीर नहीं दिख रहा है।

क्लासेज ठप, प्रबंधन बेफिक्र

कालेज में ट्यूटरों की कमी से मेडिकोज की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। चूंकि रिम्स बनने के बाद से ट्यूटरों की संख्या बढ़ाई गई है। इसके बावजूद ट्यूटरों के ज्यादातर पद खाली पड़े है। ट्यूटरों के नहीं होने की स्थिति में स्टूडेंट्स की क्लास प्रभावित हो रही है, जिसकी चिंता प्रबंधन को नहीं है।

हाइकोर्ट के आदेश का उल्लंघन

बताते चलें कि ट्यूटर के तीन साल का टेन्योर समाप्त होने के बाद कुछ ट्यूटर को गैर शैक्षणिक मानते हुए उन्हें एक्सटेंशन दिया गया है। इसके विरोध में कुछ लोगों ने हाइकोर्ट में पीटीशन दायर किया था, जिसके बाद हाइकोर्ट ने ट्यूटर की नियुक्ति पर रोक लगा दी थी। लेकिन, इसके बाद सुनवाई में हाइकोर्ट ने पीटीशनर्स के मामले को छोड़कर ट्यूटर की नियुक्ति प्रक्रिया जारी रखने का आदेश दिया था।

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पीजी स्टूडेंट्स को मिल सकता है मौका

रिम्स प्रबंधन अगर ट्यूटर की नियुक्ति के लिए आवेदन मंगवाता है, तो इसका फायदा रिम्स से पीजी की पढ़ाई करने वाले मेडिकोज को मिल सकता है। साथ ही प्रबंधन को ट्यूटर के लिए तलाश भी नहीं करनी पड़ेगी।

किस डिपार्टमेंट कितने पद खाली

डिपार्टमेंट पोस्ट

फार्मोकोलॉजी म्

एनाटॉमी भ्

फिजियोलॉजी ख्

बायोकेमेस्ट्री ब्

पैथोलॉजी क्7

माइक्रोबायोलॉजी ब्

एफएमटी 7

कुल ब्भ्

वर्जन

ट्यूटरों की नियुक्ति प्रक्रिया पर हाइकोर्ट ने रोक लगा दी थी। चूंकि कुछ लोगों ने नियुक्ति को लेकर हाइकोर्ट में अपील की थी। इसके बाद सब ठीक है और ट्यूटर की नियुक्ति के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है।

-डॉ। आरके श्रीवास्तव, प्रभारी डायरेक्टर, रिम्स

Posted By: Inextlive