RANCHI: नेशनल हेल्थ मिशन की ओर लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं, ताकि देश में कोई भी बच्चा और मां टीकाकरण से छूट न जाए। इसके बावजूद राजधानी में स्वास्थ्य विभाग अपने लक्ष्य के आधे बच्चों को भी पोलियो की दवा नहीं दे पाया है। जबकि देश को पोलियो मुक्त बनाने के लिए पोलियो दवा की हर खुराक जरूरी बताई गई है। ऐसे में देश को पोलियो मुक्त बनाने का सरकार का सपना अधूरा रह जाएगा। वहीं, डीपीटी का टीका लक्ष्य का केवल ख्क् परसेंट बच्चों को ही लगाया गया। इस बात का खुलासा नेशनल हेल्थ मिशन की ख्0क्भ्-क्म् की रिपोर्ट में हुआ है। हालांकि बीसीजी और खसरा का टीका लगाने में विभाग ने बाजी मार ली है।

टीटी का टीकाकरण भी फिसड्डी

स्वास्थ्य विभाग ने पिछले वित्तीय वर्ष में क्0 वर्ष के बच्चों के लिए टीटी का टीका लगाने के लिए भी 7फ्,क्भ्म् लक्ष्य रखा था। जिसमें ख्ब् हजार फ्99 बच्चों को ही टीटी का टीका लगाया जा सका। जबकि क्म् वर्ष के ख्7,ब्80 बच्चों को टीका लगाया गया। ऐसे में दस वर्ष की कैटेगरी में फ्फ् परसेंट और क्म् वर्ष की कैटेगरी में फ्8 फीसदी ही लक्ष्य पूरा किया गया। लेकिन बच्चों की मां को टीटी का टीका लगाने में विभाग ने अपने लक्ष्य का म्7 परसेंट हासिल कर लिया है।

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खसरा-बीसीजी काटीकाकरण लक्ष्य के करीब

रांची के विभिन्न हास्पिटलों और स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों और उनकी मां के टीकाकरण की व्यवस्था की है। इसमें बच्चों को बीमारियों से बचाने वाले टीके और विटामिन की दवाइयां शामिल हैं। बीसीजी का टीका लगाने का वर्ष ख्0क्भ्-क्म् के लिए 7फ् हजार क्भ्म् का लक्ष्य रखा गया था। जिसमें भ्7 हजार फ्0भ् बच्चों को ही टीका लगाया गया। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग को 78 फीसदी उपलब्धि हासिल हुई। वहीं खसरा की बात करें, तो इसके लिए भी सरकार ने बीसीजी के समान ही लक्ष्य तय किया था। जिसमें म्फ् हजार 7म्7 बच्चों को टीका लगाकर 87 परसेंट की उपलब्धि हासिल कर ली।

फैक्ट फाइल

नाम लक्ष्य उपलब्धि परसेंट

पोलियो 7फ्,क्भ्म् फ्9,ब्ख्8 भ्ब्

डीपीटी 7फ्क्भ्म् क्भ्,ख्07 ख्क्

खसरा 7फ्,क्भ्म् म्फ्,7म्7 87

बीसीजी 7फ्,क्भ्म् भ्7,फ्0भ् 78

टीटी (माता) 7फ्,क्भ्म् ब्9,09फ् म्7

टीटी (शिशु, क्0 वर्ष) 7फ्,क्भ्म् ख्ब्,फ्99 फ्फ्

टीटी (शिशु, क्म् वर्ष) 7फ्,क्भ्म् ख्7,ब्80 फ्8

विटामिन ए 7फ्,क्भ्म् ब्ख्,भ्99 भ्8

Posted By: Inextlive