48 करोड़ टैक्स वसूली था लक्ष्य, निगम के कोष में जमा हुए 22 करोड़
नंबर गेम
6 नंबर जोन में सबसे कम टैक्स आता 5 लाख 57 हजार कुल भवन स्वामी 1 लाख 30 हजार ने जमा किया टैक्स 3 लाख 40 हजार लोग ही देते टैक्स - 48 करोड़ हाउस टैक्स वसूली था लक्ष्य, निगम के कोष में जमा हुए 22 करोड़ LUCKNOW एक तरफ जहां नगर निगम की ओर से शत प्रतिशत वसूली की कवायद की जा रही है, वहीं दूसरी तरफ आलम यह है कि हाउस टैक्स वसूली रफ्तार पकड़ते नहीं दिख रही है। जिससे निगम प्रशासन के अधिकारी परेशान हैं और भवन स्वामियों से समय से टैक्स जमा करने की अपील कर रहे हैं। 48 करोड़ था लक्ष्यनिगम प्रशासन ने जून में 48 करोड़ टैक्स वसूली का लक्ष्य रखा था। शुरुआती 15 दिन में ही तस्वीर साफ हो गई थी कि निर्धारित लक्ष्य तक पहुंचना असंभव है। 30 जून तक निगम के कोष में सिर्फ 22 करोड़ ही जमा हुए। मतलब निर्धारित लक्ष्य से 26 करोड़ रुपये कम।
बंद हो गया जोन 8 ऑफिस जोन आठ ऑफिस में एक कर्मचारी के कोरोना पॉजीटिव होने से ऑफिस को बंद कर दिया गया है। जिसका टैक्स वसूली पर असर दिख रहा है। 50 प्रतिशत ही दे रहे टैक्सनिगम प्रशासन सभी भवन स्वामियों को मोबाइल पर मैसेज के रूप में टैक्स की जानकारी भेज रहा है। साथ ही मैसेज में एक लिंक भी भेजा जा रहा है। जिससे वे घर बैठे ही टैक्स जमा कर सकत हैं। इसके बावजूद 50 प्रतिशत भवन स्वामी ही टैक्स जमा करा रहे हैं।
मोबाइल नंबर हो रहे अपडेट निगम प्रशासन के पास करीब 2.15 लाख भवन स्वामियों के मोबाइल नंबर नहीं हैं। जिससे उन्हें एसएमएस से टैक्स की जानकारी नहीं भेजी जा सकी है। इन्हें टैक्स की हार्ड कॉपी भेजने की तैयारी की जा रही है। बाक्स 3 लाख 40 हजार ही भरते टैक्स पिछले दो साल के आंकड़ों को देखें तो 3 लाख 40 हजार के आसपास भवन स्वामी ही टैक्स भरते हैं। जबकि 2 लाख से अधिक लोग टैक्स नहीं देते हैं। बाक्स 39 करोड़ का नुकसान इस वित्तीय वर्ष में अप्रैल माह से 16 जून तक निगम प्रशासन को करीब 39 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। यह नुकसान पिछले साल इस समयावधि में हुई टैक्स वसूली के बेस पर निकाला गया है। बाक्स वित्तीय वर्ष की डिमांड 400 करोड़वित्तीय वर्ष की बात की जाए तो निगम प्रशासन की कुल डिमांड करीब 400 करोड़ है। पिछले साल 212 करोड़ की ही वसूली हो पाई थी।
बाक्स डिमांड के अनुरूप वसूली 400 करोड़ वित्तीय वर्ष की डिमांड 212 करोड़ जमा हुए वर्ष 2019 में 234 करोड़ जमा हुए वर्ष 2018 में कोट जोन आठ कार्यालय के बंद होने से टैक्स वसूली पर असर पड़ा है। प्रयास किया जा रहा है कि टैक्स वसूली के प्रतिशत में सुधार हो। अशोक सिंह, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी, नगर निगम