आज के दौर में एक आम आदमी के लिए अपनी जरूरते पूरी करने के लिए लोन लेना काफी सहूलियत भरा कदम लगता है। किसी करीबी या रिश्‍तेदार से पैसे उधार लेने की बजाय वह किसी बैंक आदि से लोन लेना बेहतर समझता है क्‍योंकि वह एक निश्‍िचत तय समय पर लोन चुकाकर अपना काम पूरा कर लेगा। जिससे आज कल जमा पूंजी प्रॉपर्टी आदि पर लोन लेने का चलन बढ़ा है लेकिन क्‍या आपको पता है कि इन सबके साथ अपनी जीवन बीमा पॉलिसी पर भी लोन लिया जा सकता है। आजकल जीवन बीमा पॉलिसी तो ज्‍यादा से ज्‍यादा लोगों के पास है लेकिन इस पर लोन मिलने की जानकारी बहुत कम लोगों को हैं। ऐसे में आइए जानें कब कैसे और किस आधार पर जीवन बीमा पॉलिसी पर लोन लिया जा सकता है...


हर पॉलिसी पर लोन नहीजीवन बीमा पॉलिसी पर लोन लेने की स्कीम को लोन अगेंस्ट इश्योरेंस के नाम से जाना जाता है। अगर आपके पास होम, गोल्ड या फिर एफडी आदि नहीं हैं और आपके पास जीवन बीमा पॉलिसी है तो यह आपके लिए प्लस प्वाइंट हैं। आज कई सारे बैंक जीवन बीमा पॉलिसी पर लोन आसानी से उपलब्ध करा रहे हैं। हालांकि इसमें एक सबसे खास बात यह है कि हर पॉलिसी पर लोन नही मिलता है। बैंकों ने कुछ खास पॉलिसीज को इसके लिए निर्धारित कर रखा है। लोन के लिए इंडोवमेंट पॉलिसीज, मनी बैक पॉलिसीज ओर यूनिड लिंक इश्योरेंस (ULIPs) जैसी पॉलिसीज पर ही लोन मिलेगा। इसके अलावा दूसरी पॉलिसीज पर लोन की सुविधा नहीं हैं।हर बैंक के अपने मानक
इन पॉलिसीज पर लोन देने के लिए कई सारी बैंक ने अपने मानक निर्धारित कर रखे हैं। हर बैंक के अपने नियम हैं। जिसमें ज्यादातार प्रीमियम पेड पालिसीज और कम से कम 3 साल की अवधि वाले प्लान्स लोन के लिए अर्हता रखते हैं। इसके अलावा कई बैंक जीवन बीमा पॉलिसी पर दिए जाने वाले लोन पर छूट की भी पेशकश कर रहे हैं। जिनमें वह यूनिड लिंक इश्योरेंस प्लान में 70-75%  तक तथा ट्रेडिशनल प्लान्स के साथ 85-90% तक चुकता करने की गारंटी देते हैं।जरूरी दस्तावेज सबमिटलोन के लिए अप्लाई करने के लिए आपको बैंक में अपने कुछ जरूरी दस्तावेज सबमिट करने होंगे। जिसमें आपको जीवन बीमा पॉलिसी के सभी जरूरी ओरिजनल कागज सबमिट करने होंगे। इसके अलावा आपको इश्योरेंस पॉलिसी लेते समय किए गए साइन को बैंक में भी उसी तरीके करने होंगे। इसके बाद आपको बैंक की तरफ से लोन की राशि चुकाने तक के लिए आपके इश्योरेंस को जमानत करने का अधिकार एक कागज दिया जाएगा।  जिस पर बैंक के मानक अंकित होंगे।पॉलिसी प्लान पर डिपेंडहर बैंक अपने मानको के हिसाब ही जीवन बीमा पॉलिसी पर लोन देती हैं। ऐसे में डिपेंड करता है कि आपने उसके किस प्लान के तहत लोन लिया है। हालांकि ज्यादातर बैंक न्यूतम छ महीने के लिए लोन देते हैं। जिससे आपकों छ महीने अंदर रिण चुकता करना होगा। इसके साथ ही अगर आप छ महीने का रिण 2 महीने में पूरा चुकता कर देते हैं तो भी ब्याज छ महीने का ही देना होगा। वहीं कुछ कंपनियां ऐसी है जो इस लोन पर बिना किसी चार्जेस के लोन ऑफर चला रही हैं।ब्याज दर अलग अलग


जीवन बीमा पॉलिसी पर ऋण के लिए लागू ब्याज दर हर कंपनी का अपना होता है। यह तो कंपनी प्रीमियम और प्रीमियम भुगतान को देखकर ही तय करती है। हालांकि यह तो साफ है कि प्रीमियम जितना ज्यादा बड़ा होगा ब्याज दर कम होगी। इस दौरान यह भी साफ है कि अधिकांश बैंक उस समय के ब्याज दर पर भी लागू करते हैं। हालांकि भारतीय जीवन बीमा निगम वर्तमान में अर्द्धवार्षिक भुगतान पर 9% पर ब्याज की दर से शुल्क लगाती हैं। जबकि बैंक ऋण की ब्याज दर 10% से 14% तक अलग-अलग प्लान्स पर लागू कर रहे हैं।

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Posted By: Shweta Mishra