10वां मेरठ ओनकोकोन-2018 आयोजित, देश भर से जुटे 200 डॉक्टर्स

ब्रेस्ट फीडिंग से बचना, देर से तथा कम बच्चे होना भी बन रहा कैंसर का कारण

Meerut। विहस्की की 10 एमएल डोज महिलाओं को कैंसर का शिकार बना सकती है। मेरठ में कैंसर के मरीजों की संख्या दिन पर दिन बढ़ रही है, जिसमें 50 प्रतिशत महिलाएं हैं, जो ब्रेस्ट कैंसर या सर्वाइकिल कैंसर से जूझ रही हैं। महिलाओं में कैंसर का एक बड़ा कारण विहस्की का सेवन है। यही नहीं पुरुषों में मुंह के कैंसर की स्थिति काफी गंभीर हैं। कैंसर से पीडि़त 40 प्रतिशत मरीज पुरुष हैं। रविवार को एफएचएनओ नॉर्थ रीजनल सीएमई व 10वें मेरठ ओनकोकोन में इसका खुलासा हुआ।

दी जानकारी

मेरठ कैंसर हॉस्पिटल व सेठ हीरालाल मित्तल चैरिटेबिल ट्रस्ट की वार्षिक कैंसर कांफ्रेंस में देशभर से आए करीब 200 डॉक्टर्स ने भाग लिया। आईएमए हॉल में हुए इस कार्यक्रम में मैनेजिंग हैड एंड नेक कैंसर-करेंट कांसेप्ट इन ओरल, स्लाइवरी, लेरिंजल एंड थॉयरायड कैंसर की पहचान, जांच व इलाज आदि के बारे में जानकारी दी गई।

50 हजार मरीज

लोगों में कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ी है तो मरीज भी सामने आने लगे हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि पिछले कुछ ही सालों में कैंसर के मरीजों का आंकड़ा दोगुना हो गया है। देशभर में 25 लाख लोग कैंसर से ग्रसित है जबकि मेरठ में करीब 50 हजार लोग कैंसर की चेपट में आ चुके हैं। महिलाओं द्वारा ब्रेस्ट फीडिंग न कराने, देर से बच्चे होना, कम बच्चे होना भी कैंसर का कारण बन रहा है। बीड़ी, शराब, गुटखा, तंबाकू के बाद होमोसेक्सुएलिटी व ओरल सेक्स की वजह से भी मुंह के कैंसर के मामले समाने आ रहे हैं।

चिकित्सकों को सम्मान

कांफ्रेंस में शामिल हुए मेरठ के 6 वरिष्ठ चिकित्सकों को इस मौके पर सम्मानित किया गया। इसमें डॉ। आरडी श्रीवास्तव, डॉ। वीबी भटनागर, डॉ। बीपी। आर। भाटिया, डॉ। एमके मलिक, डॉ। विनोद कुमार, डॉ। विनोद बंसल आदि शामिल रहे। इसके अलावा कार्यक्रम में टाटा मेमोरियल मुंबई से डॉ। देवेंद्र चौकर, एम्स से डॉ। शिवकुमार, डॉ। आलोक ठक्कर व डॉ। किशोर सिंह भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।

फल व सब्जियां खाएं

वरिष्ठ कैंसर सर्जन डॉ। उमंग मित्तल का कहना है कि कैंसर अब काफी आम हो गया है। इससे बचने के लिए लोगों को चाहिए कि वह रोजाना कम से कम 6 रंग के फल-सब्जियां रोजाना खाने में शामिल करें। इसमें टमाटर, हरी सब्जियां, गाजर आदि कैंसर जैसी बीमारी को रोकने में काफी हद तक मददगार हैं।

Posted By: Inextlive