सवाल को लेकर छात्र ने उत्तर पुस्तिका में लगाया पचास का नोट

एक केंद्र की परीक्षा निरस्त, पांच केंद्र प्रभारियों को मिली नोटिस

ALLAHABAD: एक गलत सवाल पर पूरा नंबर देने की कीमत 50 रुपए। जी हां, चौंक गए न। लेकिन, यह कीमत तय की है एक छात्र ने जिसकी कापी चेकिंग के दौरान अफसरों ने सील कर दी। सोमवार को सामूहिक नकल होने पर एक केंद्र की परीक्षा निरस्त कर दी गई। पांच केंद्र प्रभारियों को कारण बताओ नोटिस दी गई।

जिले में पकड़े गए 19 नकलची

यूपी बोर्ड परीक्षाओं के दौरान मंडे को प्रथम पाली में हाईस्कूल गणित, इंटरमीडिएट की संगीत प्रथम प्रश्न पत्र की परीक्षा हुई। दूसरी पाली में इंटरमीडिएट मनोविज्ञान प्रथम प्रश्न पत्र की परीक्षा हुई। प्रथम पाली में सबसे अधिक गड़बड़ी हुई। मो। यासीन इंटर कालेज केवलपुर भारतगंज के चारों ओर भारी जनदबाव रहा। खेतों में पेपर का हल करके अंदर पहुंचाया जा रहा था। डीआईओएस कोमल यादव के नेतृत्व में सचल दल जैसे ही वहां पहुंचा केन्द्र और आस पास के खेतों में खलबली मच गई। खेतों में पेपर हल करने वाले लोग इधर-उधर भागने लगे। अंदर से नकल सामग्री खिड़की से बाहर फेंकी जाने लगी। सामूहिक नकल होने पर परीक्षा निरस्त करने की संस्तुति कर दी गई। दूसरी ओर लापरवाही बरतने वाले रामकिशोर इंटर कालेज कोटहा उरुवा मेजा, राजकीय शिक्षा निकेतन बालिका इंटर कालेज लखनपुर मेजा, श्रीमती मालती देवी मौर्या बालिका इंटर कालेज मांडा, ग्राम सेवा इंटर कालेज मेंडारा कौडि़हार, धनपति देवी इंटर कालेज मोहननगर हथिगहां के केंद्र प्रभारी को नोटिस दी गई।

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अंधेरे में चल रही थी बोर्ड परीक्षा

मांडा में एक केन्द्र ऐसा भी मिला, जहां परीक्षार्थियों को अंधेरे में परीक्षा दी। श्रीमती मालती देवी मौर्या बालिका इंटर कालेज मांडा में क्लास की खिड़कियों को बंद करा दिया गया, जिससे रोशनी आना बंद हो गई। यहां प्रकाश की दूसरी कोई व्यवस्था नही थी। इससे परीक्षार्थियों को दिक्कत का सामना करना पड़ा। डीआईओएस के नेतृत्व में सचल दल की टीम ने जसरा के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पर निरीक्षण के लिए पहुंची। यहां पर छह ऐसे परीक्षार्थी मिले, जो दूसरी के स्थान पर बैठकर परीक्षा दे रहे थे। सोमवार को परीक्षा में लापरवाही बरतने पर दो कक्ष निरीक्षक को कार्यमुक्त कर दिया गया है। एसआरके इंटर कालेज कोटहा उरुवा में डीआइओएस पहुंचे तो कक्ष निरीक्षक ज्ञानचंद्र यादव व संदीप पांडेय न्यूज पेपर पढ़ते मिले। साथ ही गणित के शिक्षक थे। जबकि नियमानुसार जिस विषय की परीक्षा हो, उस विषय के शिक्षक को कक्ष निरीक्षक नहीं बनाया जा सकता। डीआईओएस की ओर से दोनों शिक्षकों को कार्यमुक्त करते हुए कारण बताओं नोटिस जारी कर दिया गया।

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कैल्कुलेशन में उलझे रहे स्टूडेंट्स

सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाओं में भी सोमवार को 12वीं का मैथ्स का पेपर था। टॅफ पेपर ने स्टूडेंट्स को थोड़ी टेंशन दी। इसे साल्व करने में छात्रों का खासी मशक्कत करनी पड़ी। परीक्षा केन्द्र के बाहर स्टूडेंट्स से बातचीत पर उन्होंने क्वैश्चन पेपर को स्टैण्डर्ड बताया। हालांकि कुछ छात्रों का उत्साह दूसरे पेपर के मुकाबले सोमवार को कम ही दिखा। स्कूल के मैथ्स टीचर्स से बातचीत में बताया कि मैथ्स का पूरा पेपर एनसीईआरटी की बुक्स पर ही बेस्ड रहा। पेपर लंबा होने के कारण कुछ छात्रों को थोड़ी दिक्कत जरूर हुई।

Posted By: Inextlive