500 लाख का बजट, फिर भी गढ्डों में तब्दील हो रहीं सड़कें
- गड्ढा मुक्त सड़कों का सपना फिलहाल कागजों में
- भारी भरकम बजट के बाद भी सड़कें गड्ढा मुक्त नहीं LUCKNOWभले ही जिम्मेदार महकमों की ओर से गड्ढा मुक्त सड़कों के दावे किए जाते हों लेकिन हकीकत किसी से छिपी नहीं है। प्रमुख मार्गो से लेकर गलियों तक की सड़क गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। जिससे जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रही सही कसर बारिश ने पूरी कर दी है। पिछले कई दिनों से हो रही बारिश से स्थिति और भी खराब हो गई है। जहां निगम की 60 फीसदी से अधिक सड़कों को नुकसान पहुंचा है, वहीं एलडीए की सड़कों की क्षति का प्रतिशत भी तीस के आसपास है। हालांकि अभी दोनों महकमों की ओर से क्षतिग्रस्त सड़कों की लिस्ट तैयार कराई जा रही है। सबसे बड़ा सवाल सड़कों की गुणवत्ता का है। अगर गुणवत्ता ठीक होती तो सड़कें उखड़ती नहीं और ना ही लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता।
हर वार्ड से शिकायतशहर में कुल 110 वार्ड हैं। सड़कों की बदहाली का आलम इसी से लगाया जा सकता है कि शायद ही ऐसा कोई वार्ड हो, जहां के पार्षद की ओर से बदहाल सड़कों को लेकर निगम प्रशासन से सवाल न किया गया हो। निगम प्रशासन की ओर से सभी को आश्वासन तो दिया गया है लेकिन अभी तक एक भी सड़क के निर्माण या मेंटीनेंस के लिए कदम नहीं उठाया गया है।
70 लाख तो सिर्फ सड़क के लिए वार्ड विकास के लिए हर पार्षद को पार्षद निधि दी जाती है। इस निधि में करीब 70 लाख रुपये वार्डो में सड़क-नाली निर्माण के लिए दिए जाते हैं। इसके बावजूद वार्डो की गलियों में सड़कों की हालत खराब है। शहर में करीब 15 वार्ड ऐसे हैं, जहां एक भी सड़क को बेहतर नहीं कहा जा सकता। सरोजनीनगर वार्ड के लोगों ने कई बार बदहाल सड़कों को लेकर आवाज उठाई लेकिन नतीजा सिफर रहा। वार्डो की गलियों का मेंटीनेंस या निर्माण न होने की प्रमुख वजह समय से पार्षद निधि राशि जारी न होना है। निगम प्रशासन की उदासीनता से वार्डो में सड़क आदि का निर्माण और मेंटीनेंस नहीं हो पा रहा है। बाक्स फैक्ट फाइल (नगर निगम) मार्ग और सड़क मद- नए निर्माण कार्य वर्ष- 2016-17 व्यय- 665.78 लाख वर्ष- 2017-18व्यय- 600 लाख
1 अप्रैल से 31 दिसंबर 17 तक खर्च-524.90 लाख वर्ष-2018-19 व्यय-500 मद-मरम्मत और नवीनीकरण वर्ष-2016-17 व्यय-6878.67 लाख वर्ष-2017-18 व्यय-9000 लाख 1 अप्रैल से 31 दिसंबर 17 तक खर्च-5302.69 लाख वर्ष-2018-19 व्यय-6000 लाख ----------------------------------- बाक्स कॉलोनी के विकास पर 367 करोड़ एलडीए की बात की जाए तो वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए कॉलोनी के विकास पर करीब 367 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। कुल धनराशि का एक बड़ा हिस्सा सड़क निर्माण पर खर्च किए जाएगा। हैरानी वाला सच यह भी है कि हाल में ही एलडीए की ओर से आधा दर्जन से अधिक कॉलोनी निगम को ट्रांसफर की गई हैं। इनमें से ज्यादातर कॉलोनी में सड़कें लापता हैं। जिम्मेदार से बातचीत बारिश से ज्यादातर सड़कें उखड़ गई हैं। जल्द ही सभी वार्डो में बदहाल सड़कों का सर्वे कराया जाएगा। जिससे हर एक सड़क का मेंटीनेंस कराया जा सके। डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त हमारा पूरा प्रयास है कि शहर की हर सड़क गड्ढा मुक्त हो। इसके लिए समय-समय पर सड़कों का सर्वे कराया जाता है। अगर कहीं कोई सड़क खराब है या नई सड़क के निर्माण की जरूरत है तो तत्काल कदम आगे बढ़ाए जाएंगे। संयुक्ता भाटिया, मेयर बोली जनताबारिश से सड़कों की स्थिति बेहद खराब हो गई है। इसकी वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सड़कों की स्थिति सुधरनी चाहिए।
मोनिका शायद ही ऐसी कोई सड़क हो, जो पूरी तरह से सही हो। सड़कों पर गड्ढे होने से हर पल हादसे होने का खतरा बना रहता है। विमला बारिश से पहले ही कई सड़कों पर गड्ढे थे, जो अब खतरनाक स्थिति में पहुंच गए हैं। आए दिन कोई न कोई राहगीर इनमें गिरकर घायल हो रहे हैं। हेमंत भसीन