53 प्रतिशत बाकी है एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य
कमिश्नर की बैठक में एनएचएआई के दावों की पोल खुली
कई स्थानों पर भूमि अधिग्रहण के प्रकरण लंबितMeerut. यह खबर आपको थोड़ा हैरान कर सकती है, परेशान कर सकती है. मेरठ से दिल्ली 1 घंटे में पहुंचने का आपका सपना पूरा होने में अभी समय है. सोमवार को कमिश्नर अनीता सी मेश्राम के साथ बैठक में अक्टूबर 2019 में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर फर्राटा भरने का नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया का दावा हवा-हवाई साबित हो गया है. आलम यह है कि डासना से मेरठ तक चौथे चरण में 32 किमी दूरी तक सड़क निर्माण कार्य महज 47 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है. जबकि एनएचएआई 80 फीसदी कार्य का पूरा होने का दावा गत दिनों से कर रहा है. कमिश्नर ने एनएचएआई के अधिकारियों को दो टूक कहा कि, रैपिड रेल के लिए एलीवेटेड ट्रैक और स्टेशन्स का निर्माण कार्य शुरू होने से पहले एक्सप्रेस-वे पर वाहनों का संचालन शुरू कर दिया जाए. जिससे एनएच-58 पर वाहनों का दबाव कम हो और जाम की स्थिति न बने.
कैंप कार्यालय पर की बैठकदिल्ली से मेरठ की दूरी को मिनटों में तय करने तथा वाहन चालकों को जाम जैसी भयंकर समस्या से निजात दिलाने के लिए केंद्र सरकार की प्राथमिकता वाले प्रोजेक्ट दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे (डीएमई) की सोमवार को कमिश्नर अनीता सी मेश्राम ने कमिश्नर कैम्प कार्यालय पर समीक्षा की. उन्होंने एनएचएआई को निर्देश दिए कि वे जल्द से जल्द एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य पूरा करें. बैठक में इस अवसर पर अपर आयुक्त, डीएफओ मेरठ अदिति शर्मा, एडीएम एलए गाजियाबाद मदन सिंह, मेरठ ज्ञानेन्द्र कुमार सिंह आदि अधिकारी मौजूद थे.