योजना

शुक्रताल और ब्रजघाट का भी होगा जीर्णोद्धार

पर्यटन स्थलों पर खर्च होंगे 600 करोड़

- कृष्णा सर्किट से चमकाए जाएंगे मेरठी पर्यटन स्थल

- पर्यटन विभाग ने शुरू किया सर्वे, बजट आते ही शुरू होगा काम

विश्व पर्यटन दिवस आज

Meerut। लंबे समय से उपेक्षा का शिकार रामायण और महाभारतकालीन नगरी मेरठ के अब दिन बहूरने वाले हैं। पर्यटन विभाग की कृष्णा सर्किट योजना से अब इस पौराणाकि और ऐतिहासिक नगर का कायापलट किया जाएगा।

क्या है योजना

दरअसल, रामायणकालीन मेरठ और महाभारतकालीन हस्तिनापुर जैसे स्थलों की भरमार मेरठ नगरी में पर्यटन की अजब संभावना हैं। बावजूद इसके यह पर्यटन जिला हमेशा से बेकदरी का शिकार रहा है। लंबे समय से उपेक्षित मेरठी पर्यटन की अब सरकार ने सुध ली है। पर्यटन मंत्रालय ने इन स्थलों के जीर्णोद्धार के लिए कृष्णा सर्किट योजना शुरू की है। योजना के अंतर्गत 600 करोड़ के बजट से मेरठ समेत समूचे प्रदेश के पर्यटन स्थलों को संवारा जाएगा। मेरठ से इसके लिए हस्तिनापुर, व बरनावा स्थित लक्ष्यगृह को शामिल किया गया है।

ब्रजघाट भी चमकेगा

मेरठ पर्यटन विभाग से मेघा गुलवंत ने बताया कि 25 लाख के बजट से शुक्रताल तीर्थ स्थल को संवारा जाएगा। इसमें 15 लाख की राशि से जहां घाट स्थित सुविधाओं में सुधार किया जाएगा। वहीं 10 लाख से पंचमुखी मंदिर का विकास किया जाएगा। इसके अलावा योजना के अंतर्गत ब्रजघाट जल के स्तर को उठाने के साथ-साथ घाट पर अन्य विकास कार्य भी कराए जाएंगे।

मेरठ के पौराणिक स्थलों को अब संवारा जाएगा। शुक्रताल में काम शुरू हो चुका है। कृष्णा सर्किट से हस्तिनापुर स्थित महाभारतकालीन स्थलों का विकास कराया जाएगा।

-अमित कुमार, जिला पयर्टन अधिकारी मेरठ

Posted By: Inextlive