Meerut : छोटी-छोटी बात पर चिंतित हो जाना कामकाजी महिलाओं के करियर में अक्सर बाधक बन जाता है. आप अच्छा काम करती हैं और मेहनती भी हैं पर आप किसी चिंता का शिकार रहती हैं. इसका असर आपके परफॉर्मेंश पर पड़ता है और जब भी प्रमोशन की बात आती है तो आपकी मेहनत का फल आपको मिल ही नहीं पाता. जिस कारण आप अपने करियर को मजबूत नहीं बना पाते हैं.


65 प्रतिशत चिंता की शिकार करियर में पदोन्नति और तरक्की की ओर आगे बढऩे के लिए आपकी लीडरशिप एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है, जहां पर आपको मात्र काम करना ही नहीं होता बल्कि दूसरों से करवाना भी होता है। वीमेन एंड चाइल्ड केयर सोसायटी डॉ.अनुभा गर्ग के अध्ययन के अनुसार वर्किंग महिलाओं में 65 प्रतिशत को चिंताओं करने वाली पाया गया है। चिंता के साइड इफेक्ट हेल्थ डाउन ज्यादा चिंता करने से अक्सर डिप्रेशन की बीमारी होने लगती है। देखा जाता है कि वर्किंग वूमेन चिंता अधिक करती है, जिसका सीधा हेल्थ पर पड़ता है। ऊर्जा में कमी ज्यादा सोच विचार में डूब जाने से आपकी ऊर्जा शक्ति कम होने लगती है, जो करियर में काफी बड़ी बाधा उत्पन्न कर सकती है। काम पर गहरा असर


चिंता का आपके काम पर भी काफी गहरा असर पड़ता है। दिनभर सोच में डूबे रहना आपके काम पर गहरा असर डाल सकता है।हुनर में कमी आना आपकी चिंता आपके हुनर को दबाने का भी काम करती है। हुनर का कम होना यानि आपकी तरक्की में सीधे बाधा आ जाना है।  टेंशन को कहे बाय-बाय

 टेंशन को दूर करने के लिए अपनी बात को किसी अपने से शेयर करना सबसे अच्छा उपाय है। इससे आपको आपकी समस्या का हल तो मिलेगा ही साथ ही दिमाग पर प्रेशर भी नहीं पड़ेगा।- घर की टेंशन को ऑफिस से हमेशा दूर रखे। - काम को बर्डन समझकर नहीं एक गेम या फिर टास्क समझकर करने का प्रयास करें। इससे काम करने में मजा भी आएगा और आप टेंशन से दूर रहेगी।-  यदि आपको लगता है कि कोई चिंता आपके काम में नकारात्मक प्रभाव ला सकती है तो आप उस चिंता से दूर रहने के लिए काम में व्यस्त रहने का प्रयास करें।- जो काम नहीं आता उसे गलत करने से बेहतर है कि आप किसी निपुण व्यक्ति से उस बारे में जानकारी अवश्य ले ले। ताकि काम में गड़बड़ी होने की टेंशन से मुक्त रह सके।"वर्किंग वूमेन की चिंताएं ही उनकी नौकरी में बाधा का मुख्य कारण है। यही कारण है कि अक्सर ऑफिस में महिलाएं मेहनती होने के बाद भी अपने हुनर को चिंताओं के तले दबा देती है, इसलिए चिंता खासतौर पर एक वर्किंग वूमेन को तनाव से दूर रहना चाहिए." -डॉ। विभा नागर

"घर और ऑफिस की जिम्मेदारी में फंसी एक वर्किंग वूमेन अक्सर अपने काम के प्रति चिंतित रहती हैैं। उनके पास इस तरह के काफी केस आए हैं। जिनमें वर्किंग वूमेन डिप्रेशन की शिकार तक हो जाती हैं."- निधि बजाज, मनोवैज्ञानिक

Posted By: Inextlive