- प्रदेश में मौजूदा समय में केवल आठ यूनिवर्सिटी को प्राप्त है नैक ग्रेडिंग

- 159 राजकीय महाविद्यालय में से 40 के पास ही नैक ग्रेडिंग

LUCKNOW : अगले साल से प्रदेश के 6590 डिग्री कॉलेजों में नये कोर्स शुरू नहीं हो पायेंगे। इन कॉलेजों में राजकीय से लेकर अनुदानित और निजी कॉलेज शामिल हैं, जिसमें बड़ी संख्या निजी कॉलेज की है। इसके पीछे वजह नैक मूल्यांकन है। नैक से मूल्यांकन न कराने वाले कॉलेज को अगले साल से नये कोर्स की मान्यता देने पर सरकार ने रोक लगा दी है। यदि कॉलेज नये कोर्स शुरू करने की दिशा में प्रयासरत है तो पहले उन्हें नैक की प्रक्रिया पूरी करनी होगी।

नैक मूल्यांकन न होने पर नई मान्यता पर रोक

उच्च शिक्षा में गुणवत्ता को बरकरार रखने के लिए यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन की तरफ से राज्य यूनिवर्सिटी से लेकर महाविद्यालयों को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) से ग्रेडिंग कराना अनिवार्य है। ग्रेडिंग होने के बाद इन संस्थानों को वित्तीय मदद के रास्ते खुल जाते हैं। ऐसे में उत्कृष्ट कोटि के संस्थान का दर्जा कॉलेजों को दिलाने के लिए प्रदेश सरकार प्रयासरत है, लेकिन प्रदेश में 6590 कॉलेज ऐसे हैं, जिनको नैक से मूल्यांकन नहीं मिला है या इन डिग्री कॉलेजों से मूल्यांकन के लिए आवेदन नहीं कर रखा है। ऐसे में प्रदेश सरकार की तरफ से अगले सत्र में इन कॉलेजों को नैक से मूल्यांकन न होने की स्थिति में नये कोर्स की मान्यता न देने का निर्देश जारी किया गया है।

मौजूदा समय में केवल एक यूनिवर्सिटी के ए ग्रेड

प्रदेश में अगर नैक से मूल्यांकन के आंकड़ों पर प्रकाश डालें तो प्रदेश के 19 राज्य यूनिवर्सिटी में से 8 यूनिवर्सिटी नैक संस्था से मूल्यांकित हैं, जिनमें 1 यूनिवर्सिटी ए ग्रेड में, 6 बी ग्रेड में, 1 सी ग्रेड में मूल्यांकित हैं। वहीं 159 राजकीय महाविद्यालयों में 33 महाविद्यालय बी ग्रेड में, 7 सी ग्रेड में नैक से मूल्यांकन है। इसी तरह 331 सहायता प्राप्त अशासकीय महाविद्यालयों में से 85 का नैक से मूल्यांकन है। इनमें भी 13 ए ग्रेड में, 56 बी ग्रेड में तथा 16 सी ग्रेड में शामिल हैं। निजी कालेजों की बात करें तो प्रदेश में 6531 स्वावित्तपोषित महाविद्यालयों के सापेक्ष 306 महाविद्यालयों का नैक से मूल्यांकन है, जिनमें से 35 ए ग्रेड में 241 बी ग्रेड एवं 30 सी ग्रेड में शामिल हैं। यही कमोवेश स्थिति निजी यूनिवर्सिटी की भी है। 27 निजी यूनिवर्सिटी में से 8 नैक मूल्यांकित हैं, इनमें 3 ए ग्रेड में तथा 5 बी ग्रेड में शामिल हैं जबकि शेष 19 निजी यूनिवर्सिटी नैक के दायरे से बाहर हैं। मूल्यांकन को लेकर राज्य उच्च शिक्षा परिषद के सचिव आरके चतुर्वेदी का कहना है कि नैक से मूल्यांकन की दिशा में लगातार प्रयास किया जा रहा है। नैक के दायरे में शिक्षण संस्थानों को लाने के लिए वर्कशाप भी कराई जा रही है।

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नैक मूल्यांकन पर लोहिया विधि संस्थान में वकर्शाप आज

न क मूल्यांकन के लिए बुधवार को डॉ। राम मनोहर लोहिया नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में उच्च शिक्षा परिषद की तरफ से ट्रेनिंग वर्कशाप का आयोजन किया गया है। राज्य उच्च शिक्षा परिषद के सचिव आरके चतुर्वेदी ने बताया कि ट्रेनिंग वर्कशाप के दौरान 51 मेंटर्स को प्रशिक्षित किया जायेगा, जिससे वह डिग्री कॉलेजों को नैक से मूल्यांकन कराने के लिए तैयार कर सकें। इसके अलावा प्रशिक्षण के दौरान 125 कॉलेजों के प्रतिनिधियों को भी ट्रेनिंग दी जायेगी। ट्रेनिंग वर्कशाप में स्टेट यूनिवर्सिटी के नैक कोआर्डिनेटर और क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी भी शामिल होंगे।

Posted By: Inextlive