आज की वर्तमान जीवन शैली में हर काई अपनी मेहनत की कमाई को एक सही जगह पर रखना चाहता है। इसके लिए आज भारत में शेयर मार्केट और म्यूचुअल फंड के अलावा एफडी यानी की फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे कई विकल्‍प बाजार में मौजूद है। हालांकि यहां पर सबसे खास बात यह है कि इन सभी विकल्‍पो में सबसे ज्‍यादा सुविधाजनक और फायदे वाला फिक्स्ड डिपॉजिट निवेश ही साबित हो रहा है। यहां पर शेयर मार्केट और म्यूचुअल फंड में आने वाली जटिलताएं नही है। इसके अलावा बैंक भी अपने निवेशकों को एक अच्‍छा ब्‍याज दे रहे हैं। ऐसे में अगर आप भी फिक्स्ड डिपॉजिट निवेश की सोच रहें है तो जाने ये 7 जरूरी बातें...


डिपॉजिट दो प्रकार:डिपॉजिट दो प्रकार का होता है। जिसमें एक फिक्स्ड डिपॉजिट और आवर्ती जमाराशि। फिक्स्ड डिपॉजिट में पैसा एक निश्चित अवधि के लिए जमा किया जाता है और जिस पर निवेशकों को निर्धारित ब्याज बैंकों की ओर से दिया जाता है। समयावधि पूरी होने से पहले इसे आसानी से नहीं नहीं निकाला जा सकता है। वहीं आवर्ती जमाराशि में बचत के लिए निर्धारित अवधि के लिए सहमत हुए नियत रकम को मासिक आधार पर खाते में जमा कर सकते हैं।  जिससे इसमें तिमाही आधार पर चक्रवृद्धि ब्याज दर मिलता है।उच्च ब्याज दर:
फिक्स्ड डिपॉजिट में निर्धारितअवधि से पहले नहीं निकाला जा सकता है। फिक्स्ड डिपॉजिट की अवधि कम-से-कम 6 महीने और अधिक-से-अधिक 10 साल तक की होती है। सबसे खास बात तो यह है कि भारत में ज्यादात बैंकों में बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट की सुविधा पर ब्याज दर 4 से 11 प्रतिशत है। जिसमें फिक्स्ड डिपॉजिट वरिष्ठ नागरिकों के लिए उच्च ब्याज दर उपलब्ध है। जिसका लोग काफी तेजी से फायदा भी उठा रहे हैं।लक्ष्य के हिसाब से:


एफडी निवेश कितने दिनों का और कितने का यह तो व्यक्ति विश्ोष पर निर्भर करता है। यानी की उसकी जरूरतों, अतिरिक्त पैसे, अन्य उपकरणों में उसके निवेश, उम्र आदि कई चीजों पर यह बात लागू होती है। इसलिए पूरे पैसों का निवेश एफडी में करना अच्छा नहीं होगा। यानी कि अपनी अपनी जरूरत और लक्ष्य के हिसाब से समयावधि का निर्धारण करते हुए एफडी में निवेश करना एक उचित फैसला होगाब्याज भुगतान: अगर आप ज्यादा फिक्स्ड डिपॉजिट पर एक बार एक साथ ज्यादा लाभ पाना चाहते हैं तो आपके लिए जमा परिपक्व काफी अच्दा होता है। इसमें बैंक आपको एक बार आखिरी में भुगतान करती है। वहीं अगर आप त्रैमासिक, अर्द्धवार्षिक और वार्षिक अंतराल लाभ पाने का भी विकल्प मौजूद हैं।लंबा निवेश ज्यादा लाभ:फिक्स्ड डिपॉजिट में बेहतर लाभ पाने के लिए निवेशकों को लंबे समय के लिए निवेश करना चाहिए। यह जगजाहिर है कि उच्च ब्याज दरों की पेशकश करने वाले सभी बैंक प्रतिष्ठित हैं और इनमें निवेश करना पूरी तरह सुरक्षित है। एक से अधिक सालो में फिक्स्ड डिपॉजिट का लाभ ज्यादा मिलता है। कई बार ऐसा होता है कि एक साल वाले फिक्स्ड डिपॉजिट के मैच्योर होने के बाद आकर्षक दरों का लाभ नहीं मिल पाता है।जमा दरों का लाभ:

टैक्स सेविंग एफडी की हर बैंक के हिसाब से जमा दरें अलग अलग हैं। पांच साल की लॉक इन अवधि में यूनियन बैंक-टैक्स सेवर 9.40%, एसबीआई-टैक्स 9.25%,केनरा बैंक- कैन टैक्स सेवर स्कीम 9.00% जैसी अन्य सभी बैंकों ने अपने अपने हिसाब से जमा दरें तय कर रखी हैं।आयकर का लाभ:आयकर अधिनियम के मुताबिक कई बैंकों के टैक्स सेविंग एफडी में एक लाख रुपये तक के निवेश पर आयकर का लाभ मिलता है। हालांकि इसमें भी हर बैंक अपने अपने हिसाब से छूट देती है। जैसे ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स पांच साल के टैक्स सेविंग एफडी पर 9.75 प्रतिशत के जमा दरों का लाभ देता है। वहीं स्टेट बैंक ऑफ इंडिया 9.25 प्रतिशत के जमा दरों की पेशकश्ा करती है।

Posted By: Shweta Mishra