दिल्ली में 16 दिसंबर 2012 को एक फिजियोथेरेपी छात्रा के साथ बस में सामूहिक दुष्कर्म किया गया और बाद में उसकी हत्या कर दी गई। इस घटना को पूरे सात साल हो गए हैं। इसी बीच राष्ट्रीय महिला आयोग एनसीडब्लू की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट से दोषियों को तुरंत फांसी देने का आग्रह किया है।


नई दिल्ली (एएनआई)। दिल्ली में 16 दिसंबर, 2012 को एक फिजियोथेरेपी छात्रा के साथ बस में सामूहिक दुष्कर्म किया गया और बाद में उसकी हत्या कर दी गई। इस घटना को पूरे सात साल हो गए हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्लू) की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने सोमवार को उस भयानक घटने को याद किया और सुप्रीम कोर्ट से दोषियों को तुरंत फांसी देने का आग्रह किया है। राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरपर्सन ने ट्वीट किया, 'सात साल पहले हमने निर्भया को खोया और अभी भी न्याय का इंतजार कर रहे हैं। हमारी धीमी न्याय प्रणाली और लंबी कानूनी प्रक्रियाएं कानून को निष्प्रभावी बनाती हैं। इस दिन जब हम अपनी बहादुर बेटी को याद कर रहे हैं, मैं सुप्रीम कोर्ट से आग्रह करती हूं कि वह लंबित समीक्षा याचिका पर फैसला करे और दोषियों को तुरंत फांसी दे।'


Nirbhaya Case: सुप्रीम कोर्ट में दोषी की समीक्षा याचिका पर 17 दिसंबर को सुनवाई, पीड़िता की मां को भी अपना पक्ष रखने की इजाजतदोषियों में से एक ने दायर की है समीक्षा याचिका

बता दें कि 23 वर्षीय पैरामेडिकल छात्रा के साथ 2012 में चलती बस में क्रूरतापूर्वक सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। उच्चतम न्यायालय की तीन-न्यायाधीशों की पीठ मंगलवार को इस मामले में चार दोषियों में से एक की ओर से दायर समीक्षा याचिका पर सुनवाई करेगी। छह आरोपियों में से एक नाबालिग था और वह किशोर न्याय अदालत के सामने पेश हुआ, जबकि एक अन्य ने तिहाड़ जेल में आत्महत्या कर ली। चार दोषियों मुकेश, अक्षय, पवन और विनय ने दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ शीर्ष अदालत के दरवाजे खटखटाए थे, जिन्होंने सितंबर 2013 में ट्रायल के दौरान फांसी की सजा सुनाई थी।

Posted By: Mukul Kumar