- पश्चिमी विक्षोभ के चलते पश्चिमी राजस्थान से उठा तूफान.

- रात भर चलती रहीं तेज हवाएं, सात अप्रैल तक अलर्ट

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AGRA: शुक्रवार शाम को अचानक आसमान में धूल का गुबार छाने के बाद लोग दहशत में आ गए. कई जगह होर्डिग्स और पेड़ की टहनियां टूट कर गिर गई. करीब एक घंटे तक धूल भरी आंधी से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया. आंधी की अधिकतम रफ्तार 76 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई. इसके बाद 10 से 15 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चलती रहीं.

अधिकतम तापमान 42 डिग्री तक पहुंच गया
शुक्रवार सुबह से ही तेज धूप रही. दोपहर में अधिकतम तापमान 42 डिग्री तक पहुंच गया लेकिन अचानक शाम को तेज आंधी ने हलचल मचा दी. पश्चिमी विक्षोभ से पश्चिमी राजस्थान से उठे तूफान का असर शाम को दिखाई देने लगा. शाम पांच बजे आसमान में धूल के गुबार छा गए. अंधड़ में वाहनों की रफ्तार थम गई, लोग सुरक्षित स्थान की तरफ भागने लगे. राजा की मंडी रेलवे स्टेशन के पास खड़ी कार पर होर्डिग का हिस्सा टूट कर गिर गया. सिकंदरा क्षेत्र में कई जगह होर्डिग टूट कर गिर गए, पेड़ों की टहनियां टूट कर गिर गई. करीब एक घंटे तक अंधड़ से लोग दहशत में रहे. हर तरफ धूल धूल हो गई. ग्रामीण क्षेत्रों में भी धूल भरी आंधी चली, लोगों ने अपने पशुओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया. रात तक लोग डरे रहे. करीब एक घंटे तक चले अंधड़ की अधिकतम रफ्तार 76 किलोमीटर दर्ज की गई. मौसम विभाग ने सात अप्रैल तक धूल भरी आंधी चलने की आशंका व्यक्त की है.

पिछले साल अंधड़ ने मचाई थी तबाही
अप्रैल 2018 में अंधड़ ने तबाही मचाई थी, देहात में लोगों की मौत होने के साथ मकान गिर गए थे. इस बार भी अप्रैल में अंधड़ से डरे रहे. इस साल 30 मार्च को 81 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से आंधी आ चुकी है.

ये है हाल

आंधी की रफ्तार - 76 किलोमीटर प्रति घंटा

अधिकतम तापमान - 42 डिग्री

न्यूनतम तापमान - 20.4 डिग्री

मौसम विभाग का अलर्ट - सात अप्रैल तक 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से धूल भरी आंधी की आशंका

मौसम विभाग की चेतावनी, प्रशासन अलर्ट
मौसम विभाग ने पांच से सात अप्रैल तक तेज आंधी तूफान के साथ बारिश की चेतावनी जारी की गई है. जिला प्रशासन ने समूचे जनपद में अलर्ट जारी कर दिया है. इसके साथ ही इस प्राकृतिक आपदा के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचने की एडवाइजरी भी जारी की है.

स्वास्थ्य विभाग को किया अलर्ट
जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग की टीमों को अलर्ट रहने को कहा है. वहीं अग्निशमन विभाग के साथ ही डीवीवीएनएल, टोरंट पावर और सभी लेखपालों को क्षेत्र में लोगों को अलर्ट करने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है.

Posted By: Vintee Sharma