- चोर कैंपस में लगे सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर भी उखाड़ ले गए

- मेन गेट ताला तोड़ा और अलमारी का ताला खोल गाडि़यों की चाबी निकाली

- जीपीआरएस लगी लग्जरी गाडि़यों को नहीं टच किया

LUCKNOW: महानगर में कार बाजार के गोदाम से ऑडी, बीएमडब्लू समेत 8 लग्जरी गाडि़यां एक ही रात में चोर चुरा ले गए। गोदाम महानगर थाने से महज पांच सौ मीटर की दूरी पर है। सनसनीखेज चोरी की वारदात ने पुलिस के भी होश उड़ा दिये। चोर बेहद शातिर और कार बाजार गोदाम से वाकिफ थे। चोरों ने मेनगेट का ताला तोड़ा और फिर ऑफिस में रखी अलमारी का लॉकर खोल कर उसमें से गाडि़यों की चाबी निकाली। कैंपस में चार सीसीटीवी कैमरे लगे थे। चोर वहां रखा डीबीआर उखाड़ कर अपने साथ ले गए। आस-पास लगे सीसीटीवी में तीन से चार संदिग्ध कैद हुए हैं। लग्जरी गाडि़यों की तलाश में क्राइम ब्रांच समेत पुलिस की दस टीम लगाई गई हैं। यहीं नहीं आस-पास के हाईवे पर टोल प्लाजा पर भी चेकिंग की गई और वहां लगे कैमरों की फुटेज देखी गई।

17 गाडि़यां खड़ी थी कार बाजार में

एएसपी ट्रांसगोमती राजेश कुमार श्रीवास्तव के अनुसार बादशाह नगर रेलवे स्टेशन के पास एक प्लॉट में महानगर स्थित वैशाली अपार्टमेंट निवासी सैय्यद मोहम्मद काशिफ और अलीगंज निवासी आलोक सचान पार्टनरशिप पर कनक कार बाजार चलाते हैं। रोज की तरह सोमवार रात करीब 8 बजे वह लोग कार बाजार में ताला लगा कर चले गए। मंगलवार तड़के ताला टूटा देख लोगों ने उन्हें चोरी की जानकारी दी। वह मौके पर पहुंचे। कार बाजार के मालिकों के मुताबिक बाजार में 17 गाडि़यां थीं। उनमें से 8 गाड़ी गायब थीं। पुलिस ने बताया कि फैजान, आलोक सचान, विनय सिंह और अंकुर ने कार बाजार से चोरी गई गाडि़यों में इनवेस्ट किया था। आलोक के बेटे करन ने महानगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। करन की पत्नी कनक के नाम से ही कार बाजार रजिस्टर्ड था। कार बाजार में कई पार्टनर और इनवेस्ट करने वाले भी पुलिस के राडार पर हैं।

कार बाजार के अंदर की चोरों को थी जानकारी

आलोक सचान ने बताया कि चोरों को कार बाजार के बारे में अंदर से लेकर बाहर तक पूरी जानकारी थी। चोरी करने से पहले बदमाशों ने रेकी की होगी। आशंका है कि बॉउंड्री वॉल फांदकर एक चोर पहले कार बाजार के अंदर दाखिल हुआ होगा। इसके बाद उसी ने केबिन का लॉक तोड़ा। उसने पहले सीसीटीवी कैमरों का तार काट दिया, इसके बाद अन्य चोरों को कार बाजार के अंदर बुलाया होगा। आशंका है कि चोर को मालूम था कि लॉकर की चाबी किस ड्रॉर में रखी है। ड्रॉर से चाबी निकालकर लॉकर खोला गया। गाडि़यों की चाभी निकाली गई।

डेढ़ घंटे में चोरों ने की वारदात

पुलिस की छानबीन में सामने आया है कि चोरों ने एक एक करके गाडि़यों में चाभी लगाई। इसके बाद उन्हें जिन कारों को ले जाना था उन्हें चुन लिया। कारें ले जाने के लिए चोरों ने बहुत ही आराम से प्लॉट में ही गाडि़यों को एक जगह से दूसरी जगह शिफ्ट किया। अपनी पसंद की गाडि़यों को निकालने का रास्ता बनाया। इसके बाद एक एक करके कारों को बाहर निकाला गया। आलोक ने बताया कि कार बाजार में खड़ी रेनॉल्ट और ऑडी क्यू.7 की चाभी बाहर पड़ी मिलीं।

ऑडी क्यू सेवन गाड़ी नहीं ले गए

चोरों को कार बाजार गोदाम के साथ-साथ हर गाडि़यों की पूरी जानकारी थी। ऑडी, बीएमडब्लू समेत सभी 8 लग्जरी गाडि़यों में जीपीआरएस नहीं लगा था इसलिए उन्हें चोरी के लिए सेलेक्ट किया गया जबकि उन गाडि़यों के साथ ही सबसे महंगी गाड़ी ऑडी क्यू सेवन खड़ी थी। चोरों ने उस गाड़ी में चाबी लगाई, लेकिन उसे ले नहीं गए। चोरों ने उस गाड़ी को साइड में पार्क कर दिया ताकि गाडि़यों के निकलने का रास्ता बन सके।

यह गाडि़यां चोरी

बीएमडब्लू एक्स-3 यूपी 42 वाई 4804

ऑडी क्यू-3 यूपी 65 बीक्यू 2100

फॉ‌र्च्यूनर यूपी 78 बीटी 0066

आई-20 यूपी 32 जेएक्स 0400

आई-20 यूपी 78 ईके 4955

इनोवा क्रिस्टा यूपी 32 एचजे 8740

इनोवा क्रिस्टा यूपी 32 एचसी 1400

फोर्ड इंडिवर यूपी 32 एचजे 8740

केवल दो गाडि़यों का इंश्योरेंस

कार बाजार से चोरी गई 8 लग्जरी गाडि़यों में केवल दो गाडि़यों का ही इंश्योरेंस है। फॉच्र्यूनर यूपी 78 बीटी 0066 और इनोवा क्रिस्टा यूपी 32 एचसी 1400 गाड़ी का इंश्योरेंस है।

करोड़ों की गाडि़यां और सिक्योरिटी कुछ नहीं

कनक कार बाजार में हर दिन करोड़ों की गाडि़यां खड़ी होती थी जबकि उनकी सुरक्षा के लिए महज कैंपस में चार सीसीटीवी लगाए गए थे। मेन गेट का एक ताला ही महज सिक्योरिटी व्यवस्था में मुस्तैद था जिसे झटका देकर कोई भी तोड़ सकता है। यहीं नहीं न तो वहां कोई सिक्योरिटी गार्ड तैनात किया गया था और न ही कोई कर्मचारी रात में ड्यूटी देता था। यह लापरवाही भी लग्जरी गाडि़यों के चोरी की एक वजह मानी जा रही है। हालांकि इस बिंदु को पुलिस ने अपनी जांच में भी शामिल किया है।

पार्किग, मॉल और टोल प्लाजा में चेकिंग

एक साथ 8 लग्जरी गाड़ी चोरी होने पर पुलिस के हाथ पांव फूल गए। गाडि़यों की तलाश में पुलिस ने बादशाहनगर मेट्रो स्टेशन के आस-पास लगे करीब दो दर्जन सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। यहीं नहीं शहर के सभी स्टैंड, पार्किग, मॉल के साथ-साथ हाईवे के टोल प्लाजा पर भी चेकिंग की। एसपी टीजी राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि टोल प्लाजा में कैमरे चेक किए गए हैं। अभी तक चोरी की गई गाडि़यां वहां से नहीं गुजरी हैं। माना जाता है कि चोरों ने गाडि़यों को सुरक्षित ठिकाने तक पहुंचा दिया है हालांकि वह गाडि़यों को बाहर नहीं निकाल पाए हैं।

दस लीटर से ज्यादा नहीं था ईधन

कार बाजार में खड़ी गाडि़यों में दस लीटर से ज्यादा ईधन नहीं रखा जाता है। अगर चोर गाडि़यों को लेकर भागे होंगे तो पचास किमी से ज्यादा दूर नहीं जा सकते हैं। ऐसी हालत में उन्हें किसी न किसी पेट्रोल पंप पर ईधन लेना होगा। एक साथ इतनी गाडि़यों में एक ही पेट्रोल पंप पर ईधन लेना भी उनके लिए मुश्किल का सबब बन सकता है। हालांकि पुलिस उस रूट पर सभी पेट्रोल पंप के कैमरे भी चेक कर रही है।

हॉलीवुड फिल्म की स्टाइल में चोरी

लग्जरी गाडि़यों की चोरी हॉलीवुड मूवी की तर्ज पर की गई। चोरों ने एक ही कैंपस में खड़ी गाडि़यों को टारगेट किया और फिर उन्हें चाबी लगाकर स्टार्ट कर ले गए। चोरों ने कैमरा टच नहीं किया, लेकिन ऑॅफिस में लगा डीबीआर उठा ले गए ताकि उनकी पहचान नहीं हो सके।

तीन संदिग्ध कैमरे में कैद, कई हिरासत में

सीसीटीवी फुटेज में तीन से चार संदिग्ध कैद हुए है, जो कार बाजार के आस-पास घूमते हुए और मेन गेट का ताला तोड़ते हुए नजर आए है। इसके अलावा पुलिस ने कार बाजार से जुड़े नए व पुराने कई कर्मचारियों के साथ-साथ कुछ संदिग्ध लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। पुलिस हाल ही में जेल से जमानत पर छूट कर आए शातिर वाहन चोरों की लिस्ट भी तैयार कर रही है।

Posted By: Inextlive