Patna: अभी एक दिन पहले ही यानी 10 सितम्बर को ही पूरी दुनिया में सुसाइड प्रिवेंशन डे मनाया पर उसके अगले दिन ही सुसाइड का एक ऐसा मामला सिटी में आया कि सबके होश उड़ गए.


घटना कदमकुआं थाना के पार्क रोड की दरअसल, सोनू नाम आठ साल के बच्चे ने गले में फंदा लगाकर जान दे दी। वह भी सिर्फ इसलिए कि उसकी मां ने उसे वीडियो गेम खेलने से रोक दिया था। वह पढ़ाई पर ध्यान न देकर वीडियो गेम में ही अपना समय लगा रहा था। घटना कदमकुआं थाना के पार्क रोड की है। दुपट्टे से लटका
मोकामा रंजीत कुमार मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव हैं। कुछ दिनों पहले ही वह पार्क रोड में मनोज कुमार के घर किराये पर रहने आये थे। बुधवार की शाम रंजीत सब्जी लाने गए, जबकि पत्नी पड़ोस में गई थी। करीब सात बजे जब सोनू की मां घर लौटी तो देखा कि वह कमरे की छत में लगी कड़ी से लटका हुआ है, जिसके बाद तो उनके होश उड़ गये वह वहीं गिर पड़ी। खबर मिलते ही आसपास के लोगों ने वहां भीड़ लगा दी। स्थानीय लोगों ने बताया कि कदमकुआं थाने की पुलिस को भी इसकी खबर दी गई, लेकिन डेढ़ घंटे बाद भी पुलिस नहीं पहुंची। बाद में रंजीत अपने पड़ोस के लोगों की मदद से एक प्राइवेट गाड़ी कर बेटे की लाश को लेकर अपने गांव मोकामा चल दिये। लोगों में गुस्सा


वैसे पूरे मुहल्ले के लोग पुलिस के खिलाफ गुस्से में थे। बार बार थानाध्यक्ष को फोन किये जाने की शिकायत कर रहे थे। लोगों का कहना था कि एक बार तो बात भी किये मगर उसके बाद फोन ही नहीं उठा रहे थे। यही कारण था कि चले गये बच्चे की लाश को कितनी देर रखते। बाद में घटनास्थल पर पहुंचे एडीशनल एसपी मनोज तिवारी ने लोगों को समझाया। मनोज तिवारी ने बताया कि वीडियो गेम खेलने से रोकने के कारण बच्चे ने फांसी लगा ली है यही बात सामने आ रही। उन लोगों से बात हुई है रास्ते से लौट रहे हैं।

Posted By: Inextlive