- आईआईएम लखनऊ की ओर से लॉकडाउन के दौरान किया गया सर्वे

LUCKNOW: इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम) लखनऊ के सेंटर फॉर मार्केटिंग इन इमरजिंग इकोनॉमिक्स ने लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभावों पर सर्वे किया गया। इस सर्वे के अनुसार इस समय देश में करीब 80 प्रतिशत लोग चिंता का शिकार हैं, 40 फीसद भय में हैं और 22 फीसद उदास हैं। इस सर्वे में 23 राज्यों के 104 शहरों को शामिल किया गया है।

भविष्य को लेकर चिंता

सर्वे में सामने आया कि लोगों की चिंता का प्रमुख कारण कोरोना नहीं इससे होने वाले आर्थिक प्रभाव हैं। लॉकडाउन के कारण अर्थव्यवस्था पर जो प्रभाव पड़ा है, उसका असर लंबा चलेगा। इससे उद्योग और शिक्षा प्रणाली प्रभावित होगी। आर्थिक गतिविधियां कम होंगी तो नौकरियों पर असर पड़ेगा। भारत कोरोना को रोकने में सक्षम है और उठाए जा रहे कदमों को लेकर लोगों में जागरुकता पैदा करनी होगी।

ऑनलाइन किया सर्वे

लॉकडाउन वन और टू के दौरान इस ऑनलाइन सर्वे में करीब 931 लोग शामिल हुए। जिसमें करीब 62 प्रतिशत पुरुष, 38 प्रतिशत महिलाएं शामिल हुई। ये सभी उच्च शिक्षा प्राप्त थे और इनकी आय करीब 10 लाख रुपए सालाना थी।

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सर्वे से सामने आया

- 40 फीसद लोगों के मन में डर है

- 22 फीसद लोग इससे दुखी हैं

- 13 फीसद लोग फिलहाल खुश हैं

- 11 फीसद लोगों में इसे लेकर घृणा पाई गई

- 9 फीसद लोग आश्चर्यचकित हैं

- 5 फीसद लोगों में गुस्सा है

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लोग क्यों चिंतित हैं

- 32 फीसद आर्थिक प्रभाव के कारण

- 16 फीसद आगे क्या होगा

- 15 फीसद लोगों का गैर जिम्मेदाराना व्यवहार

- 14 फीसद संक्रमण को लेकर डरे हैं

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लोग चिंतित क्यों नहीं

- 23 फीसद ने माना वे बचाव के कदम उठा रहे हैं

- 16 फीसद ने माना उन्हें गर्वमेंट पर भरोसा है

- 14 फीसद की उम्मीद अभी बाकी

- 11 फीसद बोले, वह कुछ कह नहीं सकते

Posted By: Inextlive