अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक में संत-महात्माओं ने लगाई मुहर

काशी सुमेरु पीठ के शंकराचार्य नरेन्द्रानंद भी फर्जी, होगी कार्रवाई

ALLAHABAD: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की महत्वपूर्ण बैठक रविवार को यमुना बैंक रोड स्थित मौज गिरि मंदिर के परिसर में हुई। बैठक में फर्जी शंकराचार्यो और राम मंदिर निर्माण पर आम सहमति को लेकर संत-महात्माओं ने मंथन किया। खास बात रही कि संत-महात्माओं ने सनातन धर्म को चोट पहुंचाने वाले फर्जी शंकराचार्यो के खिलाफ कार्रवाई किए जाने के प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगाई। परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्र गिरि ने बताया कि इस समय पूरे देश में करीब 85 फर्जी शंकराचार्य सक्रिय हैं। इन्हें अ‌र्द्धकुंभ में घुसने नहीं दिया जाएगा। लेकिन संत की हैसियत से सभी आएंगे तो उस पर कोई आपत्ति नहीं की जाएगी।

उन्होंने बताया कि काशी सुमेरु पीठ का शंकराचार्य होने का दावा करने वाले नरेन्द्रानंद भी फर्जी शंकराचार्य हैं। अगर वे अखाड़ों के खिलाफ दिए गए अपने बयान पर एक महीने में लिखित माफी नहीं मांगते हैं तो परिषद की ओर से उनके ऊपर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

धर्मदास को दी जिम्मेदारी

परिषद की बैठक में राम मंदिर निर्माण को लेकर श्री पंच निर्वाणी अनी अखाड़े के महंत धर्मदास को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्हें आपसी सहमति बनाने के लिए मुस्लिम धर्मगुरुओं से बातचीत करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही एक महीने के बाद अयोध्या में परिषद की बैठक बुलाई जाएगी। जिसमें सुलह के प्रयासों पर दोबारा मंथन किया जाएगा।

Posted By: Inextlive