ये हैं देश के नौ प्रमुख राम मंदिर
श्री राम की जन्म भूमि कही जाने वाले उत्तर प्रदेश के अयोध्या में सरयु नदी के किनारे बसा राम मंदिर खासा प्रसिद्ध है और आजकल बाबरी मस्जिद के चलते विवादों में घिरा हुआ है।
जम्मू के रघुनाथ मंदिर का निर्माण 1822 से लेकर 1860 के बीच हुआ था। इस मंदिर के सर्पिल आकार स्तंभों पर सोने की परत चढ़ी हुई है।
आंध्रप्रदेश के खम्मण जिले के भद्राचलम शहर में स्थित प्रसिद्ध श्री सीताराम स्वामी मंदिर गोदावरी के तट पर ठीक उसी स्थान पर निर्मित है जहां सीता की तलाश में दक्षिण की ओर यात्रा करते हुए श्री राम पहुंचे थे।
त्रिप्रायर श्रीरामा मंदिर
केरल के दक्षिण-पश्चिमी शहर त्रिप्प्रयार में त्रिपायर नदी के किनारे स्थित ये मंदिर कोडुन्गल्लुर का प्रमुख धार्मिक स्थल है। यहां श्री राम की पूजा विष्णु के सातवें अवतार के रूप में की जाती है।
कर्नाटक के मांड्या जिला की तहसील पांडवपुरा में मेलुकोट स्थान है जहां यदुगिरी नाम की छोटी सी पहाड़ी पर स्थित है श्रीतिरुनारायण स्वामी मंदिर।
केरल में कण्णूर जिले के थालास्सेरी स्थान पर श्री राम का थिरुवंगड मंदिर है। इसकी छत पर तांबे की चादर बिछी हुई है।
कहते हैं कि हरिहरनाथ मंदिर का निर्माण स्वंय भगवान श्री राम ने सीता स्वंयवर में जाते समय अपने आराध्य भगवान विष्णु को समर्पित करते हुए बनवाया था। बाद में मंदिर के वर्तमान स्वरूप का निर्माण राजा राम नारायण जीर्णोद्धार के दौरान करवाया था।
अपने वन गमन के दौरान श्री राम अत्रि ऋषि के आश्रम से मध्यप्रदेश में सतना पहुंचे जहां वो विभिन्न ऋषियों के आश्रम में गए और वहीं से आगे वे दंडकारण्य की ओर बढ़े। इसी स्थन को रामवन कहा गया।
चित्रकूट धाम मंदाकिनी नदी के किनारे पर बसा भारत के सबसे प्राचीन तीर्थस्थलों में एक है। माना जाता है कि भगवान राम ने सीता और लक्ष्मण के साथ अपने वनवास के चौदह वर्षो में ग्यारह वर्ष चित्रकूट में ही बिताए थे।inextlive from Spark-Bites Desk