-पूर्व अखिल भारतीय सेवा प्रमुख सीताराम केदिलाय पहुंचे दून

-9 अगस्त 2012 को कन्याकुमारी से शुरू की थी पदयात्रा

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DEHRADUN : आरएसएस के पूर्व अखिल भारतीय सेवा प्रमुख और विश्व मंगल गौ यात्रा के प्रमुख प्रणेता सीताराम केदिलाय ने कहा है कि अगस्त क्रांति से अंग्रेज तो भारत छोड़ने को मजबूर हो गए, लेकिन देश के लोग आज तक उन्हें नहीं छोड़ पाए। आज वेस्टर्न कल्चर हम पर हावी है। थर्सडे को दून पहुंचने पर उन्होंने कहा कि उनकी यात्रा का उद्देश्य हर एक भारतीय की भाषा में भारत सुनाई दे व वस्तुओं में भारत प्रकट हो। इसके अलावा जीवन शैली में भारत अभिव्यक्त हो।

इसलिए खास है नौ अगस्त

आरएसएस विभाग प्रचारक जोगेंद्र पुंडीर के आवास पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में केदिलाय ने अपनी पदयात्रा के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पदयात्रा का दिन नौ अगस्त चुने जाने का मकसद इसी तारीख को भारत छोड़ो आंदोलन शुरू होना बताया। इसके अलावा इसी दिन भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था। इस इंपोर्टेस को देखते हुए पदयात्रा का सिलेक्शन किया गया है। इस पदयात्रा के एक्सपीरियंस सांझा करते हुए उन्होंने कहा कि गांव अब शहर केंद्रित हो गए हैं, जो अच्छा संकेत नहीं है।

क्क् स्टेट व 9 हजार किमी यात्रा

सीताराम केदिलाय ने कहा कि अब तक नौ हजार किलोमीटर चल चुके हैं। पदयात्रा 9 अगस्त ख्0क्ख् को कन्याकुमारी से शुरू की थी। वह केरल, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, जम्मू कश्मीर और हिमाचल की पदयात्रा पूरी कर थर्सडे को देहरादून पहुंचे हैं। इस मौके पर दून पहुंचने पर आरएसएस स्वयंसेवकों ने उनका भव्य स्वागत किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरएसएस के संयुक्त क्षेत्र प्रचार प्रमुख कृपाशंकर, प्रांत कार्यवाहक लक्ष्मी प्रसाद जायसवाल व विभाग प्रचारक जोगेंद्र पुंडीर आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive