90 पाकिस्तानियों को मिली भारत की नागरिकता
2016 में केंद्र ने दिए थे निर्देश
अहमदाबाद (पीटीआई)। पाकिस्तान से आए 90 हिंदूओं को भारत सरकार ने देश की नागरिकता दे दी है। सभी लोगों को नागरिकता शुक्रवार को अहमदाबाद जिला प्राधिकरण द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान दी गई। अहमदाबाद के जिला कलेक्टर विक्रांत पांडे ने 90 आवेदकों को नागरिकता अधिनियम, 1955 के प्रावधानों के तहत जारी भारतीय नागरिकता के प्रमाण पत्र सौंपे। पांडे ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, '2016 में, केंद्र ने पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हिंदुओं और सिखों को नागरिकता जारी करने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए थे।'
अहमदाबाद जिला नागरिकता बांटने में सबसे आगे
पांडे ने कहा, 'जब से नई व्यवस्था लागू हुई है, तब से 90 लोगों को एकसाथ नागरिकता देने के मामले में अहमदाबाद देश के सभी जिलों में सबसे आगे पहुंच गया है।' उन्होंने कहा, '2016 से लेकर अब तक, अहमदाबाद जिला कलेक्ट्रेट ने 320 लोगों को नागरिकता प्रदान की है। देश के किसी अन्य जिले ने अभी तक इस आकड़े को पार नहीं किया है। 320 आवेदकों में से 90 प्रतिशत पाकिस्तान से थे, जबकि बाकी बांग्लादेशी थे।' इसके बाद उन्होंने यह भी कहा कि चूंकि ये लोग अब भारतीय नागरिक हो गए हैं, इसलिए वे यहां आगे से आधार, पासपोर्ट और कई अन्य चीजों के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा अब इन नागरिकों के नाम चुनावी रोल में भी शामिल किए जाएंगे।
पाकिस्तान में हुआ अत्याचार
भारत की नागरिकता पाकर सभी 90 लोग खुश हैं। उन्होंने जिला अहमदाबाद के कलेक्टर को इस चीज के लिए दिल से धन्यवाद किया। पाकिस्तान से आईं 70 वर्षीय मीराबेन महेश्वरी ने बताया कि वो पाकिस्तान के सिंध प्रांत में रहती थीं और एक दिन उनकी बेटी का अपहरण कर, उसे जबरन इस्लाम में परिवर्तित कर दिया गया। उन्होंने यह भी बताया कि अपहरण के बाद उनकी बेटी कभी नहीं मिली। बाद में स्थानीय लोगों ने जबरन उनके घर और दुकान को भी कब्जा कर लिया। इसके बाद मजबूरन उन्हें किसी तरह भारत आना पड़ा।