15 साल पुराने वाहनों का रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ तो सस्पेंड होंगे आरसी -सिटी में प्रचार-प्रसार के बाद भी रजिस्ट्रेशन कराने नहीं पहुंच रहे पुराने गाडि़यों के मालिक GORAKHPUR: सिटी में 15 साल से चल रही पुरानी गाडि़यों पर आरटीओ की पैनी नजर है. प्रचार-प्रसार और चेतावनी के बाद भी वाहन मालिकों ने दोबार

15 साल पुराने वाहनों का रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ तो सस्पेंड होंगे आरसी

-सिटी में प्रचार-प्रसार के बाद भी रजिस्ट्रेशन कराने नहीं पहुंच रहे पुराने गाडि़यों के मालिक

GORAKHPUR:

सिटी में 15 साल से चल रही पुरानी गाडि़यों पर आरटीओ की पैनी नजर है। प्रचार-प्रसार और चेतावनी के बाद भी वाहन मालिकों ने दोबारा रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है। अब आरटीओ उनकी आरसी सस्पेंड करने की तैयारी में हैं। आरटीओ से मिले रिकार्ड के मुताबिक टू व्हीलर, मोपेट और मोटर कार मिलाकर कुल 94344 गाडि़यों के रजिस्ट्रेशन कैंसिल होने के मुहाने पर हैं।

जांच के बाद ही दौड़ सकेंगी गाडि़यां

आरटीओ विभाग के नियमानुसार 15 साल की पुरानी गाडि़यों को एक बार फिर से रजिस्ट्रेशन कराना होता है। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का प्रावधान है। इसमें 15 दिन को मोहलत मिलती है। वहीं पुरानी गाडि़यों की विधिवत जांच होती है। जांच के बाद आरटीओ विभाग उनको फिटनेस जारी करता है। वहीं जिन गाडि़यों की हालत खस्ता होती है। उनके रजिस्ट्रेशन कैंसिल कर दिए जाते हैं।

पहले भी हो चुकी है गाडि़यां चिन्हित

सिटी में कुल आठ लाख 17 हजार गाडि़यां सड़कों पर फर्राटा भरती हैं। इसमें से 94344 हजार गाडि़यों ने 15 साल की अवधि पार कर ली है। इन गाडि़यों को चिन्हित कर इन्हें दोबारा रजिस्ट्रेशन कराने के लिए आरटीओ विभाग ने लगातार प्रचार-प्रसार किया। इसके बावजूद केवल एक हजार गाडि़यों का ही री रजिस्ट्रेशन हो पाया। बाकी बची लगभग 94 हजार गाडि़यां अभी भी आरटीओ विभाग से कोसों दूर हैं।

पुरानी गाडि़यां सिटी में फैलाती है प्रदूषण

आरटीओ विभाग के अनुसार सिटी की हवा को पुराने और खटारा वाहन प्रदूषित करते हैं। इससे लोग कई गंभीर बीमारियों की चपेट में आते हैं। जिसको रोकने के लिए इस तरह के कदम उठाए जाते हैं।

सिटी में 15 साल पुरानी गाडि़यां

-टू व्हीलर--75564

-मोपेड--4054

-फोर व्हीलर--14726

अभी तक 15 साल पुरानी 94 हजार गाडि़यों का री रजिस्ट्रेशन नहीं कराया गया है। इन गाड़ी मालिकों को आखिरी मौका दिया जा रहा है। अब उनकी आरसी सस्पेंड की जाएगी।

भीमसेन सिंह, आरटीओ गोरखपुर

Posted By: Inextlive