सीबीएसई में cce pattern खत्म

 

- 97 से अधिक है शहर में सीबीएसई के स्कूल्स

- पैटर्न खत्म होने से करनी होगी स्टूडेंट्स को सीरियस पढ़ाई।

 

Meerut- सीबीएसई ने अपना मूल्यांकन सिस्टम एक बार फिर से बदल दिया है। बोर्ड ने सेमेस्टर सिस्टम को खत्म कर दिया है। न्यू एकेडमिक सेशन से बोर्ड स्टूडेंट्स को 80 परसेंट मा‌र्क्स देगा और 20 परसेंट मा‌र्क्स स्कूल लेवल पर इंटरनल के मिलेंगे। इस बदलाव से बोर्ड स्टूडेंट्स को एक बार कसौटी पर कसने के तैयारी में है। पहले का पैटर्न स्टूडेंट्स के लिए आसान था। लेकिन अब मा‌र्क्स स्कोर करना स्टूडेंट्स के लिए मुश्किल होगा।

 

ऐसे होगा मा‌र्क्स का डिस्ट्रीब्यूशन

बोर्ड के पास 80 परसेंट मा‌र्क्स पहुंचने से स्टूडेंट्स के लिए चुनौती कठिन हो गई है। फाइनल एग्जाम में जैसी परर्फोमेंस होंगी। उसके अनुसार ही मा‌र्क्स मिलेंगे। 20 मा‌र्क्स स्कूल लेवल पर मिलेंगे। जिसमें दस मा‌र्क्स साल भर होने वाले टेस्ट के शामिल किए जाएंगे। अप्रैल से होने वाले इस बदलाव में स्टूडेंट्स के लिए मुसिबतें बढ़ जाएंगी।

 

साल 2009 में किया था लागू

Continuous and Comprehensive Evaluation में स्टूडेंट्स को कॉलेज लेवल पर 70 परसेंट मा‌र्क्स मिलते थे। इसमें सालभर स्टूडेंट्स छोटे-छोटे टेस्ट देते थे। जिसकी वजह से स्कोर करना आसान हो जाता था। बोर्ड लेवल पर स्टूडेंट्स को 30 परसेंट मा‌र्क्स मिलते थे। अब टेंथ क्लास में सीजीपीए का प्रॉसेस पूरी तरह से खत्म हो गया है। सीसी पैटर्न ईयर 2009 में सीबीएसई ने ही लागू किया था।

 

स्टूडेंट्स को को फायदा

एक्सपर्ट्स की माने तो बोर्ड को टीचर्स व पेरेंट्स का जो फीडबैक मिल रहा था। उसके आधार पर ही बदलाव किया गया है। पेरेंट्स व टीचर्स का कहना था कि बच्चे को सब कुछ इजी लग रहा है। अचानक से 11 वीं में वह लापरवाह हो जाता है। 11 वीं की एडमिशन के बाद बोर्ड एग्जाम के प्रॉसेस में परेशानी खड़ी हो जाती है। बस इसी बेस पर बोर्ड ने यह बदलाव किया है। इसबार 2018 में टैथ के भी बोर्ड लेवल पर ही एग्जाम होंगे।

 

ये है मेन बात

-97 से अधिक स्कूल्स हैं

- 23 हजार से अधिक हैं हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के स्टूडेंट्स

- 2017-18 सेशन में लागू होगा इवैल्युएशन का नया पैटर्न

 

क्या कहते हैं टीचर्स

बोर्ड के नए इवैल्युएशन सिस्टम के अनुसार स्टूडेंटस को अब सीरियस पढ़ना होगा। अब स्टूडेंट्स को पूरा कोर्स फोकस करना होगा। जिससे भविष्य में फायदा होगा।

-प्रेम मेहता, प्रिंसिपल, सिटी वोकेशनल स्कूल

 

एनसीईआरटी ने सीबीएसई को जो सीसी पैटर्न किया था। उसमें बोर्ड ने बदलाव कर दिया। इसके अलावा टीचर्स की ट्रेनिंग भी सही तरह से नहीं हो पाई है। कुछ स्कूल्स में पैटर्न की नॉलेज तक नहीं है।

-राहुल केसरवानी, सहोदय सचिव

 

बोर्ड ने टीचर्स व पेरेंट्स की रिकमेंडेशन पर ही सीसी पैटर्न खत्म कर दिया है। अब बोर्ड के 80 परसेंट होंगे। जिसके लिए सीरियस पढ़ना होगा।

-कपिल सूद, प्रिंसिपल, गुरु तेग बहादुर स्कूल

 

बोर्ड ने इवैल्यूएशन सिस्टम में जो बदलाव किया है। वो स्टूडेंट्स के भविष्य के लिए बहुत अच्छा रहेगा। बच्चों को अब स्टडी पर फोकस करना आएगा और वो लेजी नहीं होंगे।

-मधु सिरोही, प्रिंसिपल, एमपीजीएस

Posted By: Inextlive