माध्यमिक शिक्षा विभाग ने जिले में 97 निशक्त बच्चों का किया चयन

सात टीचर्स को जिम्मा, नजदीक कॉलेज में जाकर स्टूडेंट्स को पढ़ाएंगे

BAREILLY :

माध्यमिक शिक्षा विभाग जिले के 97 निशक्त बच्चों को शिक्षित कर उन्हें समाज की मुख्यधारा में शामिल होने लायक काबिल बनाएगा। जिससे शारीरिक रूप से अक्षम बच्चे हीन भावना से ग्रस्त न हो। जिससे सामान्य बच्चों की तरह वह भी कॉलेज में जाकर पढ़ लिख सकें। विभाग नजदीकी कॉलेज में ऐसे बच्चों का एडमिशन कराएगा, जहां पर स्पेशल टीचर्स उन्हें पढ़ाएंगे। शासन ने ऐसे निशक्त बच्चों को शिक्षित कर काबिल बनाने के लिए 7 टीचर्स की तैनाती की है। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने इन सभी टीचर्स की रोस्टर के हिसाब से ड्यटी लगाई है। एक टीचर को अपने ब्लॉक के कम से कम चार कॉलेज में ऐसे निशक्त बच्चों की क्लास अटेंड करना अनिवायर्1 होगा।

42 कॉलेज में होगा एडमिशन

शासन ने राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत अक्षम व निशक्त बच्चों को चिह्नित करने के निर्देश माध्यमिक शिक्षा विभाग को दिए थे। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने सर्वे कर ऐसे 97 स्टूडेंट्स को चयनित किया है। इन स्टूडेंट्स का नजदीकी 42 इंटर कॉलेज में एडमिशन कराया जाएगा। जहां चयनित बच्चों की अलग से क्लास लगेगी। इन क्लासेज में स्पेशल टीचर्स द्वारा बच्चों को उनकी अक्षमता के हिसाब से ब्रेल लिपि या साइन लैंग्वेज के माध्यम से पढ़ाया जाएगा।

सरकार देगी ड्रेस-बुक्स

सरकार इन चयनित बच्चों को पढ़ने के लिए बुक्स व स्टेशनरी के साथ ही स्कूली ड्रेस भी मुहैया कराएगी। इसके अलावा इन बच्चों को स्कूल आने-जाने के लिए किराया भी देगी। इन बच्चों में हर एक को 400 रुपए ड्रेस, 800 रुपए कन्वेंयस और 710 रुपए स्टेशनरी के हिसाब से मुहैया कराएगी। वहीं स्पेशल टीचर्स को सरकार 19 हजार के रुपए के हिसाब से 11 माह तक भुगतान करेगी। हालांकि इस के हिसाब से हर स्टूडेंट को साल में 190 दिन तक रोजाना कॉलेज आने जाने के लिए करीब चार रुपए मिलेंगे।

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शासन के निर्देश पर माध्यमिक शिक्षा विभाग ने इस बार 97 निशक्त बच्चों का चयन किया है। इन बच्चों का आगामी शैक्षिक सत्र में 42 इंटर कॉलेज में एडमिशन कराया जाएगा। सात स्पेशल टीचर्स इन्हें पढ़ाएंगे।

मुन्ने अली, डीआईओएस

Posted By: Inextlive