-कांग्रेस की ओर से अनिल श्रीवास्तव के नामाकंन के बाद सपा के कैंडिडेट की ओर से हुए नामांकन से सभी गफलत में

- पार्टी का सिंबल साथ होने के चलते ऊपर लेवल पर रीबू को सपोर्ट की उठने लगी बात

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टिकट बंटवारे को लेकर सपा-कांग्रेस गठबंधन टूटने की चर्चा गुरुवार को तब होने लगी जब कैंट सीट से कांग्रेस के कैंडिडेट अनिल श्रीवास्तव के नामांकन के तीन दिन बाद सपा नेता रीबू श्रीवास्तव ने पार्टी सिंबल पर पर्चा दाखिल कर दिया। इससे दोनों ही पार्टियों के नेता सकते में तो आए ही सियासी पारा भी चढ़ गया। स्थिति स्पष्ट करने के लिए अपने-अपने दलों के शीर्ष नेताओं को सेलफोन मिलाने के साथ देर रात तक हर नेता परेशान दिखा।

बैकडोर से पहुंची नामांकन करने

रीबू श्रीवास्तव को सपा ने शुरुआती दौर में प्रत्याशी घोषित किया था। समाजवादी परिवार में रार के बाद सीएम की ओर से भी उनकी उम्मीदवारी बरकरार रखी गई लेकिन कांग्रेस के साथ गठबंधन के बाद सीट कांग्रेस के खाते में चली गई और अनिल श्रीवास्तव ने नामांकन भी कर दिया था। इसे लेकर रीबू नाराज भी हो गई और समर्थकों के सहारे दावेदारी जताई जाती रही। इस बीच बुधवार को उन्होंने पार्टी सिंबल मिलने का दावा करते हुए फॉर्म ए -बी की प्रतियां वाट्सएप ग्रुपों पर वायरल कीं और नामांकन करने का संकेत भी दे दिया था। इससे दोनों दलों में असमंजस बना हुआ था। इस बीच गुरुवार की दोपहर रीबू श्रीवास्तव कांग्रेस के पिंडरा प्रत्याशी का नामांकन कराने के बाद सपा-कांग्रेस पदाधिकारियों-कार्यकर्ताओं के जाते ही उनके समर्थकों का जत्था नारे लगाते हुए मुख्यालय पहुंचा। जबकि रीबू बैकडोर से नामांकन स्थल पर पहुंच गई। बुधवार को सिंबल मिलने की सूचना वायरल करने के बाद भी उन्होंने सीएम से मिलने के लिए खुद लखनऊ में रुके होने की सूचना भी दी। नामांकन के बाद उन्होंने कहा कि उन पर विश्वास करते हुए पार्टी ने टिकट दिया है।

हमें नहीं है कोई जानकारी

गठबंधन की सीट पर हुई इस स्थिति के बाद सपा पदाधिकारी भी असमंजस में रहे। जिलाध्यक्ष डॉ पीयूष यादव के अनुसार प्रदेश नेतृत्व से बातचीत का प्रयास किया जा रहा है। इसके बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। वहीं पूरे मसले को लेकर कांग्रेस इत्मिनान में रही। जिलाध्यक्ष प्रजानाथ शर्मा ने बताया कि कांग्रेस के खाते की सीट पर सपा की ओर से नामांकन को लेकर असमंजस की स्थिति के संबंध में प्रदेश प्रभारी गुलाम नबी आजाद के साथ ही राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी व प्रियंका गांधी को ईमेल किया गया है। हालांकि देर रात तक कोई जवाब या संकेत नहीं मिला था।

Posted By: Inextlive