19 जून 2013 को नीतीश कुमार ने कहा था, हमने जो निर्णय लिया वह सही है

PATNA : जीतन राम मांझी सरकार ने विश्वास मत हासिल कर लिया। नीतीश कुमार सीन में सबसे ज्यादा हैं, पर दिखे नहीं। पिछली बार नीतीश कुमार की सरकार को नरेन्द्र मोदी की वजह से ही विश्वासमत हासिल करना पड़ा था। इस बार भी जीतन राम मांझी सरकार को इसलिए विश्वासमत हासिल करना पड़ा कि नीतीश कुमार ने नरेन्द्र मोदी की पार्टी के सुपरहिट और जेडीयू के सुपर फ्लॉप परफॉर्मेस को नैतिकता के सवाल को जोड़कर रिजाइन दे दिया। पिछली बार क्9 जून ख्0क्फ् को नीतीश कुमार की सरकार को क्ख्म् वोट पक्ष में पड़े थे और ख्ब् विपक्ष में। क्ख्म् में क्क्7 जेडीयू के, कांग्रेस के चार, भाकपा के एक और चार निर्दलीय विधायकों ने वोटिंग की थी। आरजेडी के ख्ख् और दो निर्दलीय विधायकों ने विरोध में वोटिंग की थी। बीजेपी के 9क् और एलजेपी के एकमात्र विधायक जाकिर हुसैन ने सदन से वाकआउट किया था। वोटिंग में हिस्सा ही नहीं लिया था। इन दोनों दलों के विधायकों के वाकआउट करने पर सदन में सदस्यों की कुल संख्या क्भ्0 रह गई थी।

अब तो हम अलग हो गए

तब नीतीश कुमार ने कहा था, 'आया तो बार-बार संदेशा अमीर का मगर हमसे हो न सका सौदा जमीर का.' नीतीश कुमार ने यह भी कहा था कि 'परवाह नहीं कि कल मुख्यमंत्री रहूं या न रहूं.' नीतीश कुमार ने और क्या-क्या कहा था देखिए। आरएसएस का बयान आया है कि हम हिन्दुत्व पर चलेंगे। इससे साफ है कि हमने जो निर्णय लिया वह सही है। हिन्दुत्व के रास्ते चलकर पिछड़े वर्ग का विकास नहीं किया जा सकता। केन्द्र में सरकार बनाने के लिए ख्7ख् सांसद चाहिए। जब हम एनडीए में थे तो उस समय भी संख्या ख्00 से आगे नहीं थी। अब तो हम अलग हो गए। यह तो गठबंधन का दौर है। कोई भ्रम में न रहे कि वह अकेले सरकार बना लेंगे केन्द्र में। नतीजे बताएंगे। कॉरपोरेट जगत की हवा में देश नहीं बहेगा, कोई भ्रम में न रहे। क्9 जून ख्0क्फ् को वोटिंग में सदानंद सिंह ने कहा था- बेमेल था बीजेपी और जेडीयू का गठबंधन। निर्दलीय विधायक दिलीप वर्मा ने नरेन्द्र मोदी के पक्ष में भाषण दिया था। निर्दलीय विधायक ज्योति रश्मि ने नरेन्द्र मोदी की तारीफ की। विनय बिहारी, पवन जयसवाल, सोम प्रकाश सिंह ने समर्थन किया था।

Posted By: Inextlive