हावर्ड यूनिवर्सिटी और स्कूल ऑफ इंजीनियंरिंग एंड एप्लाइड साइंस के वैज्ञानिकों ने एक छोटी पफिंस चिडिय़ा से प्रेरणा लेकर एक ऐसा रोबोट बनाया है जो समान रूप से पानी और हवा में चलेगा।

डिजाइनिंग ही थी सबसे बड़ी समस्यार
रोबोट की दुनिया में वैज्ञानिकों ने क्रांतिकारी सफलता हासिल की है। वैज्ञानिकों ने एक ऐसा छोटा रोबोट बनाने में सफलता हासिल की है जो हवा में उडऩे के साथ-साथ पानी में तैरने में भी सक्षम है। इससे भविष्य में ऐसे रोबोटिक वाहनों को बनाने का रास्ता खुल सकेगा। इस तरह की दोहरी खासियत वाले रोबोट बनाने की दिशा में डिजाइन सबसे बड़ी परेशानी है। उडऩे वाले वाहनों में संतुलन बनाने के लिए पंखों की जरूरत होती है, वहीं तैरने वाले वाहनों का आकार छोटा रखना होता है।

एक चिड़िया बनी प्रेणना
डिजाइन से जुड़ी इस चुनौती से पार पाने के लिए हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के जॉन ए. पॉलसन स्कूल ऑफ इंजीनियंरिंग एंड एप्लाइड साइंस के वैज्ञानिकों ने एक छोटी चिडिय़ा पफिंस की संरचना से प्रेरणा ली। यह चिडिय़ा हवा और पानी में समान रूप से चलने में सक्षम होती है। पफिंस की प्रेरणा से तैयार रोबोबी नाम का रोबोट अपने बेहद छोटे और करीब न दिखाई देने वाले पंखों को प्रति सेकेंड 120 बार की गति से फडफ़ड़ाता है। पानी पर उतरते समय इसके पंख हिलना बंद कर देते हैं और अंदर पहुंचकर पंख फडफ़ड़ाने की गति 120 से घटकर नौ प्रति सेकेंड हो जाती है। यह छोटा रोबोट हवा से पानी में जाने और तैरने में सक्षम है लेकिन पानी से वापस हवा में जाने में सक्षम नहीं है। पानी से निकलने के लिए अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है और यह रोबोट उतनी ऊर्जा बनाने में सक्षम नहीं है।

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Posted By: Molly Seth