जासूसी फिल्में तो सबने देखी होंगी पर कितने लोगों को जासूसों से वाकई मिलने का मौका मिलता है.

जेम्स बांड से लेकर स्पोक्स और जेसन बोर्न से लेकर टिंकर टेलर तक, फिल्म बॉक्सऑफिस पर जासूसी का बाजार गर्म रहा है.  बीबीसी संवाददाता पीटर टेलर ने ब्रिटेन की घरेलू खुफिया सेवा एमआई-5 और विदेशी खुफिया सेवा एमआई-6 के कुछ अधिकारियों से बात की।

ऐसे ही एक अधिकारी माइकल बताते हैं कि एजेंट के तौर पर काम करना आधुनिक जासूसों के लिए सबसे खतरनाक काम है जिसकी मांग भी बहुत ज्यादा है।

अल कायदा के एक मुख्यालय में काम कर चुके माइकल बताते हैं कि आधुनिक जासूसों को आतंकियों के ठिकानों के भीतर दाखिल होना होता है।

निजी सहायक और महिला जासूसवो कहते हैं कि जासूसों को पहले लक्ष्य निर्धारित करना होता है और फिर उस व्यक्ति के ज्यादा से ज्यादा करीब पहुंचना होता है जो शीर्ष पर होता है।

एमआई-5 के खुफिया अधिकारी रहे शमी कहते हैं कि जासूसी के लिए अच्छा पढ़ा-लिखा और आमतौर पर गोरा होना जरूरी है। उनकी खासियत ये है कि वे होशियार हैं और किसी भी समुदाय में आसानी से घुलमिल जाते हैं। वे कहते हैं कि जासूसी के दौरान आपको दूसरे के व्यवहार के साथ ही अपने व्यवहार की भी लगातार समीक्षा करनी होती है।

ये भी देखना होता है कि आप क्या पहनते हैं, कैसे पहनते हैं, कैसे चलते हैं, कैसे बात करते हैं, इन तमाम बातों के बारे मे एक जासूस को हमेशा सोचते रहना होता है।

एम्मा एमआई-5 में बतौर खुफिया अधिकारी काम करती हैं। वे कहती हैं कि जासूस आमतौर पर पुरुष होते हैं और महिला जासूस अक्सर निजी सहायक की शक्ल में होती हैं।

वे कहती हैं कि यदि जेम्स बांड ने वाकई एमआई-6 में काम किया होता तो उन्हें ज्यादा वक्त डेस्क पर गुजारना पड़ता ताकि मिशन की कामयाबी सुनिश्चित की जा सके।

Posted By: Inextlive