द्वितीय विश्वयुद्ध के शहीदों को दी श्रद्धांजलि, 75 साल पूरे होने पर वार सेमेट्री में चढ़ाए गए श्रद्धा के फूल

-द्वितीय विश्वयुद्ध में शामिल हुए 103 साल के पूर्व सैनिक वीएन गौड़ ने भी दी श्रद्धांजलि

रांची : कांटाटोली स्थित वार सेमेट्री में गुरुवार को द्वितीय विश्व युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी गई। श्रद्धांजलि देने 103 साल के वीएन गौड़ भी पहुंचे थे, जो द्वितीय विश्व युद्ध में आर्मी के सप्लाई कोर में तैनात थे। अपने साथियों को श्रद्धांजलि देते समय वे काफी भावुक हो गए थे। उनकी आंखें नम हो गई थीं। उन्होंने बताया कि द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान चिटगांव, गुवाहाटी, सिंगापुर, मनीला के बाद उनकी अंतिम तैनाती रांची थी। डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमीशन पद से अवकाश ग्रहण किया और फिर रांची में ही रह गए।

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75 साल पूरा होने पर आयोजन

इस वार सेमेट्री के 75 साल पूरे होने पर श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया था। इसकी स्थापना एक जून, 1942 को की गई थी। यहां भारत समेत पांच देशों के सात सौ सैनिकों की समाधियां हैं। गुरुवार को इन समाधियों पर श्रद्धा के फूल चढ़ाने शहर के कई गण्यमान्य लोग पहुंचे थे।

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तीन पीढि़यां आर्मी में

वीएन गौड़ ईस्टर्न फ्रंट पर तैनात थे। कहा कि खाने-पीने से लेकर गोला-बारूद तक की सप्लाई की जाती थी। गौड़ ने बताया कि इस उम्र में भी वह सुबह से लेकर शाम तक सक्रिय रहते हैं। गीता का ¨हदी अनुवाद इस उम्र में पूरा किया है। कश्मीर मसले के सवाल पर कहते हैं कि सर्जिकल स्ट्राइक जरूरी था। यदि पाक फिर नहीं सुधरा तो आर्मी फिर सर्जिकल स्ट्राइक करेगी। इस मौके पर उनके भाई यूएन गौड़, बेटे अशोक गौड़ एवं डॉ। आलोक गौड़ व बहुएं भी थीं। उनकी तीन पीढि़यां फौज में हैं। उनका भतीजा रुचिर गौड़ भी इंडियन आर्मी में कैप्टन था। सियाचीन में उसकी गाड़ी गहरे गढ्डे में गिर गई। उसे चंडीगढ़ भर्ती कराया गया, लेकिन बच नहीं सका। परिवार के एक सदस्य रोहित गौड़ नेवी में कैप्टन हैं।

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Posted By: Inextlive