सोशल मीडिया पर हुए एंटी-सोशल तो जेल
-जिले में तीन टीमें की गई हैं गठित, अफवाह फैलाने पर खैर नहीं
-सोशल मीडिया पर गलत पोस्ट करने वालों को चिन्हित कर रही हैं पुलिस PRAYAGRAJ: कोरोना से लड़ाई को लेकर कंप्लीट लॉकडाउन है। इन सबके बीच कुछ लोग सोशल मीडिया पर एंटी सोशल पोस्ट कर रहे हैं। यह कोरोना या कोविड-19 को लेकर भी फेक मैसेजेज स्प्रेड कर रहे हैं। उनकी इस पोस्ट से अफवाहें फैल रही हैं और सामाजिक सद्भाव भी बिगड़ रहा है। अब इसको लेकर पुलिस ने भी कमर कस ली है। इसके तहत जिले में तीन टीमें गठित की गई हैं। यह टीमें सोशल मीडिया पर गलत पोस्ट करने वालों को चिन्हित कर रही हैं। पुलिस ने ऐसे कई लोगों को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा है। बन रही है लिस्ट -कोरोना वायरस की लड़ाई में एक्यूरेट और कंप्लीट इंफॉर्मेशन का लोगों तक पहुंचना जरूरी है।-लेकिन कुछ लोग सोशल मीडिया पर भ्रामक और अपुष्ट जानकारी शेयर कर रहे हैं।
-कुछ लोग कोरोना से लेकर जुड़ी अफवाहें भी पोस्ट कर रहे हैं। -पुलिस ने सोशल मीडिया पर कोविड-19 से जुड़ी भ्रामक और असत्यापित जानकारी साझा करने वालों की लिस्ट जुटानी शुरू कर दी है।-अब अगर किसी ने भी कोविड-19 से संबंधित किसी तरह की अफवाह फैलाई तो जेल जाना तय है।
रखी जा रह है तगड़ी नजर -ऐसे मामलों में सख्त एक्शन के लिए आईटी की टीमों को लगाया गया है। -सोशल मीडिया खासकर व्हाट्सएप पर गतिविधियों की निगरानी हो रही है। -ग्रुप एडमिन के साथ फेक न्यूज या अफवाह फैलाने वाले पर भी एक्शन होगा। दर्ज किया जाएगा केस पुलिस का कहना है कि अफवाह फैलाने वालों को महामारी रोग अधिनियम 1897 की संबंधित धारा के तहत जिम्मेदार ठहराते हुए मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्रवाई होगी। अब तक इन पर कार्रवाई 1. रविवार को कर्नलगंज पुलिस ने पटेल सौरभ वर्मा के खिलाफ केस दर्ज किया था। आरोप है कि फेसबुक के जरिए धार्मिक वैमनस्यता फैला रहे थे। 2. आपत्तिजनक ट्वीट पर कर्नलगंज थाने में चार अप्रैल को कासिम रजा और गुडि़या के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज। कासिम रजा की आईडी से टीवी पर दिखाए रहे एक धार्मिक सीरियल को लेकर आपत्तिजनक संदेश पोस्ट किया गया था।3. बहरिया के कालूपुर गांव का रहने वाले मो। साहिद के खिलाफ बहरिया थाने में मुकदमा दर्ज जेल भेजा गया था। शुक्रवार को मो। साहिद कुछ लोगों को वॉट्सपए के जरिए गु्रप पर मैसेज भेजा था, जिसमें पीएम को लेकर टिप्पणी की थी।
सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर पुलिस की पैनी नजर है। अगर कोई व्यक्ति ऐसा करते हुए दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसको लेकर टीमें लगातार वर्क कर रही हैं। -प्रेमप्रकाश, एडीजी जोन