अगले साल आबकारी नीति में होगा बदलाव
ताकि खत्म हो कंपनी विशेष की मोनोपोली
समीक्षा बैठक में आबकारी मंत्री ने अधिकारियों को दिए आदेश शराब की बोतलों पर लगने वाले होलोग्राम किए चेक ALLAHABAD: प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद सबसे अधिक राजस्व अर्जित करने वाले आबकारी विभाग में कुछ खासा बदलाव नहीं हुआ। योगी सरकार आबकारी नीतियों में बदलाव करने के मूड में है। शराब कंपनियों की मोनोपोली को खत्म करने के लिए योगी सरकार देश के अन्य राज्यों की नीतियों को फॉलो करेगी। सोमवार को इलाहाबाद पहुंचे प्रदेश के आबकारी एवं मद्य निषेध मंत्री जय प्रताप सिंह ने अधिकारियों की मीटिंग में सरकार की इस मंशा को स्पष्ट किया। आयुक्त कार्यालय का निरीक्षणममफोर्डगंज स्थित आबकारी कार्यालय पहुंचे आबकारी मंत्री का आबकारी आयुक्त धीरज साहू ने स्वागत किया। जिसके बाद आबकारी मंत्री ने आबकारी कार्यालय के होलोग्राम कक्ष का निरीक्षण किया। यहां उन्होंने होलोग्राम बनाने की प्रक्रिया को देखा और चेक किया। इसके बाद होलोग्राम के निरीक्षण कक्ष में पहुंचे। जहां उन्होंने होलोग्राम के कार्यो को देखा। यही नहीं पूरे आबकारी कार्यालय का निरीक्षण किया। अधिकारियों व कर्मचारियों के चेम्बरों को देखा।
बाक्स अभी चल रहा नीतियों का अध्य्यननिरीक्षण के बाद आबकारी मंत्री ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। जिसमें आबकारी मंत्री ने कहा कि अगले साल आबकारी नीतियों में बदलाव किया जाएगा। नई आबकारी नीति को लागू किया जाएगा। जिसके लिए अपर आयुक्त की अगुवाई में तीन टीमों ने तेलंगाना, केरल, कर्नाटक समेत देश के करीब नौ नाज्यों की आबकारी नीतियों का गहन अध्ययन किया है। जिन्हें प्रदेश की आबकारी नीति में शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की वर्तमान में लागू आबकारी नीति खराब नहीं है। लेकिन, कुछ कमियां जरूर हैं। जिसकी वजह से कंपनी विशेष का कब्जा है। इस कब्जे और मोनोपाली को समाप्त करने के लिए ही बदलाव करना जरूरी है।