Daily Panchang in Hindi 3 May 2021: तिथि नक्षत्र वार योग और करण से मिलकर पंचांग बनता है। सोमवार 3 मई 2021 के दैनिक पंचाग के मुताबिक शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि नक्षत्र सूर्य करण चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की समस्‍त जानकारी यहां दी गई है।


डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 3 May 2021 सोमवार को सप्तमी तिथि 01:41:00 तक तदोपरान्त अष्टमी तिथि है। सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्य और अष्टमी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी है। जीवन में शुभ फलों की प्राप्ति के लिए हर सोमवार को शिव लिंग पर पंचामृत या मीठा कच्चा दूध चढ़ाने से भगवान महादेव जी को कृपा बरसती हैं। आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दर्पण देखकर या दूध पीकर जाएं। इस तिथि में ताड़ का सेवन नहीं करना चाहिए तथा यह तिथि राज सम्बन्धी कार्यों के लिए, विवाह, अन्नप्राशन व गृह प्रवेश के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।

03 मई 2021 दिन-सोमवार का पंचागसूर्योदयः- प्रातः 05:39:00सूर्यास्तः- सायं 06:57:00


विशेषः- जीवन मैं शुभ फलों की प्राप्ति के लिए हर सोमवार को शिव लिंग पर पंचामृत या मीठा कच्चा दूध चढ़ाने से भगवान महादेव जी को कृपा बरसती हैं।विक्रम संवतः- 2078शक संवतः- 1943आयनः- उत्तरायणऋतुः- ग्रीष्म ऋतुमासः- वैशाख माहपक्षः- कृष्ण पक्षतिथिः- सप्तमी तिथि 01:41:00 तक तदोपरान्त अष्टमी तिथि

तिथि स्वामीः- सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्य और अष्टमी तिथि के स्वामी भगवान शिव जी है।नक्षत्रः- उत्तरा अषाढ़ा 08:22:16 तक तदोपरान्त श्रवण नक्षत्रनक्षत्र स्वामीः- उत्तराअषाढ़ा नक्षत्र के स्वामी सूर्य हैं तथा श्रवण नक्षत्र के स्वामी चंद्र देव हैं।योगः- शुभ 09:35:01 तक तदोपरान्त शुक्लगुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 07:18:00 PMबजे से 08:58:00PM बजे तकदिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दर्पण देखकर या दूध पीकर जाएं।।राहुकालः- राहु काल 05:06:00 PM बजे से 06:40:00PM तकतिथि का महत्वः- इस तिथि में ताड़ का सेवन नहीं करना चाहिए तथा यह तिथि राज सम्बन्धी कार्यों के लिए, विवाह, अन्नप्राशन व गृह प्रवेश के लिए शुभ है।“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”

Posted By: Shweta Mishra