क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ :लाखों खर्च के बाद भी स्टूडेंट को नहीं मिल पा रही है सफलता. कमजोर वर्ग के स्टूडेंट्स को डॉक्टर और इंजीनियर बनाने का जो सपना सरकार ने देखा था वह पूरी तरह से सफल नहीं हो पा रहा है. 'आकांक्षा 40' जिसके माध्यम से सरकार कमजोर वर्ग के स्टूडेंट्स को मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी कराती है, इस साल 2019 के आये रिजल्ट में पूरे राज्य में मेडिकल में 103 और इंजीनियरिंग में 78 स्टूडेंट्स को ही सफ लता मिली है. और रांची जिले में भी सिर्फ 9 स्टूडेंट्स हीं सफल हो पाये हैं. यह हाल तब है जबकि राज्य के सभी जिलों में मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी कराने के नाम पर सरकार की ओर से हर साल करोड़ों रुपए खर्च किया जा रहा है.

रांची में भी सिर्फ 9 हुए सक्सेस

आकांक्षा 40 के जरिये रांची में 60 से अधिक स्टूडेंट्स मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे थे, लेकिन इनमें से मात्र 9 स्टूडेंट्स को ही सफलता मिली है. मेडिकल के लिए 5 और इंजीनियरिंग के लिए 4 स्टूडेंट्स ही सफ ल हुए हैं. जबकि रांची जिले इन स्टूडेंट्स को मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी कराने के नाम पर लाखों रुपए खर्च किया गया है.

खूंटी, रामगढ़ से एक भी नहीं

शिक्षा विभाग द्वारा आकांक्षा 40 जरिये राज्य के सभी 24 जिलों में मेडिकल व इंजीनियरिंग के लिए स्टूडेंट्स को तैयारी कराई जा रही है. लेकिन इस साल 2019 के आये रिजल्ट में खूंटी और रामगढ़ से एक भी स्टूडेंट का सेलेक्शन नहीं हो पाया है. इंजीनियरिंग में धनबाद जिले से सबसे अधिक 11 स्टूडेंट्स का सेलेक्शन हुआ है और सबसे कम लातेहार जिले से एक स्टूडेंट का सेलेक्शन हुआ है. इसी तरह मेडिकल में हजारीबाग जिले से 11 स्टूडेंट्स का सेलेक्शन हुआ है और चतरा, सिमडेगा, साहेबगंज से सिर्फ एक एक छात्रों का से लेक्शन हो पाया है.

चार साल होने को हैं पूरे

2016 से झारखंड गवर्नमेंट सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत कमजोर वर्ग के मेधावी बच्चों के लिए मेडिकल और इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा की तैयारी करा रही है. सुपर 30 की तर्ज पर झारखंड सरकार सुपर-40 आकांक्षा-40 के तहत बच्चों को यह तैयारी कराई जा रही है. आकांक्षा 40 का संचालन स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग द्वारा किया जाता है, इसके लिए जिला व राज्य स्तर पर चयनित स्टूडेंट्स को मेडिकल व इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की फ्री में तैयारी कराई जाती है. राज्य स्तरीय परीक्षा के लिए चयनित स्टूडेंट्स को नि:शुल्क पठन-पाठन के साथ ही रहने व खाने की सुविधा भी दी जाती है. राज्य स्तरीय आकांक्षा-40 के लिए जिला स्कूल परिसर में भवन बनाया जा रहा है, वर्तमान में राज्य स्तरीय कोचिंग बालिका विद्यालय बरियातू में संचालित किया जा रहा है.

कराई जाती है विशेष कोचिंग

विशेष कोचिंग के लिए रांची सहित हर जिले में 40 स्टूडेंट्स का चयन किया गया है. इन्हें फिजिक्स, केमिस्ट्री, बॉयोलाजी, मैथ व इंग्लिश सबजेक्ट की पढ़ाई के लिए विशेष कोचिंग कराई जाती है. एक सेंटर इंचार्ज व प्रत्येक विषय में पढ़ाई के लिए दो-दो टीचर्स की नियुक्ति की गई है, स्टूडेंट्स को चार दिन की कोचिंग दी जाती है. विशेष कोचिंग सेंटर में मंगलवार, गुरुवार, शनिवार व रविवार कुल चार दिनों में 13 क्लासेज संचालित होती हैं. प्रत्येक माह कम से कम 50 क्लासेज आयोजित होती हैं. कोचिंग कक्षाएं विद्यालयों की निर्धारित समय सारणी से अलग रखी गई हैं, ताकि स्टूडेंट्स की विद्यालय की क्लासेज प्रभावित न हो सकें. छुट्टी के दिनों में कोचिंग क्लासेज के संचाल पर विशेष ध्यान दिया जाता है. रविवार को तकनीकी संस्थानों के विषय विशेषज्ञ क्लास लेते हैं.

Posted By: Prabhat Gopal Jha