Bareilly: इलेक्शन का खुमार और वोटर्स को लुभाने के लिए वादों पर वादे. लैपटॉप से लेकर बेरोजगारी भत्ते तक के सब्जबाग दिखा दिए गए लेकिन एम्बिशस और पॉपुलर हो चुके आकाश प्रोजेक्ट पर किसी का ध्यान नहीं. आकाश देने काऑर्डर तो पास हो चुका है लेकिन बरेली के स्टूडेंट्स को आकाश न छू पाने का यकीन हो चला है.


गुस्से में studentsदरअसल कॉलेजेज ने अभी तक टैबलेट की रिक्वायरमेंट की लिस्ट एजुकेशनल डिपार्टमेंट को नहीं भेजी है। टैबलेट की डिमांड को लेकर जानकारी न देने पर स्टूडेंट्स में जबरदस्त गुस्सा है। वे इस बात से बेहद नाराज हैं कि मैनेजमेंट ने उन्हें इस संबंध में गाइड नहीं किया। इसका उन्हें मलाल है। पॉसिबल है कि उन्हें आकाश टैबलेट से हाथ धोना पड़े। उधर स्टूडेंट्स यूनियन भी मैनेजमेंट से दो-दो हाथ करने पर उतारू हैं।Students union आईं आगेपॉलिटिकल पार्टीज भले ही स्टूडेंट्स को आकाश दिलाने को लेकर उनका साथ न दें लेकिन स्टूडेंट्स यूनियन ने इस ईश्यू को हाथोंहाथ लिया है। एबीवीपी और अम्बेडकर छात्र मोर्चा इस ईश्यू को लेकर आगे आ गए हैं। स्टूडेंट्स की मांग को लेकर वे कॉलेज मैनेजमेंट से जवाब मांगेंगे। यहां तक बात नहीं बनी तो आंदोलन भी किया जाएगा।तो फिर कैसे पूरी हुई demand?


स्टूडेंट्स ने मैनेजमेंट पर गुमराह करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि मैनेजमेंट ने इस संबंध में प्रॉपर पब्लिसिटी नहीं कराई। जब उनसे जानकारी मांगी गई तो डिमांड पूरी हो चुकी कहकर टाल दिया। बीए की स्टूडेंट्स अर्चना, नेहा और स्वीटी ने बताया कि उन्होंने न्यूज में आकाश टैबलेट के बारे में सुना और पढ़ा था। बताया गया था कि कॉलेज से मिलेगा लेकिन वहां तो ऐसा कुछ नहीं है। डिपार्टमेंट के टीचर्स ने भी इस बारे में कुछ नहीं बताया और न ही कॉलेज की तरफ से कुछ पता चला। बीएससी के काशिफ और बीए के पवन ने भी यही कंडीशन बयां की। उनका कहना है कि जब डिपार्टमेंट के टीचर से इस संबंध में इंफॉर्मेशन मांगी गई तो उन्होंने दो टूक जवाब दिया कि डिमांड पूरी हो चुकी है। स्टूडेंट्स का सवाल है कि जब कोई जानकारी ही नहीं दी गई तो डिमांड कैसे पूरी हो गई।

आकाश को लेकर कॉलेज की तरफ से कोई भी जानकारी नहीं दी गई। अपने डिपार्टमेंट के टीचर्स से जानकारी लेने की कोशिश की गई तो कुछ पता नहीं चला। चुनाव में सभी पार्टियां नई योजनाओं के वादे कर रही हैं लेकिन कोई भी पुरानी योजनाओं के बारे में नहीं सोच रहा।-अर्चना यादव, स्टूडेंट, बीएआकाश की घोषणा के बाद से ही इसको लेकर क्रेज था। बुकिंग के बारे में सुना, तभी से उम्मीद बंध गई थी। यहां तो अभी तक इसके बारे में कुछ भी पता नहीं चला है। चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी इस पर ध्यान क्यों नहीं दे रहे?- नेहा गंगवार, स्टूडेंट, बीसीबी


मेरी फ्रेंड ने बताया था कि स्टूडेंट्स को फ्री में टैबलेट देने की योजना है। कॉलेज से ही मिलेगा लेकिन डिपार्टमेंट की तरफ से कोई इंफॉर्मेशन प्रोवाइड नहीं की गई है। चुनाव में यह भी एक ईश्यू होना चाहिए।-स्विटी गुप्ता, स्टूडेंट, बीएअपने फ्रेंड से सुना था कि आकाश की बुकिंग स्टार्ट हो गई है तो मैंने डिपार्टमेंट के टीचर से कॉन्टेक्ट किया। उन्होंने यह कहकर बुकिंग करने से मना कर दिया कि डिमांड पूरी हो चुकी है। इलेक्शन में इन जमीनी मुद्दों को कोई पार्टी टच नहीं कर रही बस दूर के ढोल दिखा रही हैं।-काशिफ कादरी, स्टूडेंट, बीएससी सेंट्रल गवर्नमेंट ने स्टूडेंट्स को आकाश देने का प्रॉमिस किया था। इसका बजट भी पास हो गया और डिमांड भी मांगी गई लेकिन यूनिवर्सिटी और कॉलेजेज की लापरवाही के चलते स्टूडेंट्स इस प्रोजेक्ट के लाभ से महरूम हो रहे हैं। हम स्टूडेंट्स की मांग को लेकर मैनेजमेंट से जवाब मांगेंगे।- सुमित गुर्जर, प्रेसीडेंट, एबीवीपी, बीसीबी स्टूडेंट्स का हक मारा जा रहा है। स्टूडेंट्स अपनी आवाज नहीं उठा सकते हैं तो हम उनकी डिमांड को उठाएंगे। कॉलेज मैनेजमेंट के पास जाएंगे। जरूरत पड़ी तो आंदोलन करेंगे। स्टूडेंट्स की मांग को लेकर हायर ऑफिसर्स से अपील करेंगे।-रजत मिश्रा, डिस्ट्रिक्ट प्रेसीडेंट, अम्बेडकर छात्र मोर्चा

Posted By: Inextlive