जनलोकपाल आंदोलन से निकली आम आदमी पार्टी मौजूदा आम चुनाव में कोई खास इम्‍पैक्‍ट छोड़ती नहीं दिख रही है. देश भर की 543 सीटों पर वोट काउंटिंग जारी है. हालिया रूझानों के मुताबिक आम आदमी पार्टी पंजाब और दिल्‍ली के अलावा किसी अन्‍य राज्‍य में अपना इम्‍पैक्‍ट छोड़ने में नाकाम रही है.


डेब्यू परफार्मेंस नॉट सैटिस्फैक्ट्री मौजूदा आम चुनाव में अपना पॉलिटिकल डेब्यू करने वाली आम आदमी पार्टी वोटर्स को रिझाने में नाकाम साबित हुई है. इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट के मुताबिक यह पार्टी पंजाब की 13 लोकसभा सीटों में 4 पर बढ़त बनाए हुए है. 350 से भी ज्यादा सीटों पर अपने कैंडिडेट्स उतारने वाली इस पार्टी के लिए ओवरआल अच्छी खबर नहीं है. अरविंद केजरीवाल,आशुतोष और कुमार विश्वास सरीखे पार्टी के प्रोमिनेंट लीडर्स अपनी सीटों से हार रहे हैं. इसके बावजूद पार्टी के सीनियर लीडर्स तर्क दे रहे हैं कि हम चुनाव में भले ही अपना इंप्रेशन न छोड़ पाए हों लेकिन जनता के दिल में जगह ज़रूर बना ली है. दिल्ली के दिल में कांग्रेस से ज्यादा बनाई जगह
हालांकि इस बात से भी गुरेज नहीं किया जा सकता कि दिल्ली और पंजाब राज्य में इस पार्टी का वोट शेयर अच्छा रहा है. दिल्ली विधानसभा इलेक्शन में अनएक्सपेक्टेड 28 सीटों पर जीत हासिल करके चौंकाने वाली इस पार्टी ने सातों लोकसभा सीट्स पर कांग्रेस को तीसरे नंबर पर धकेल दिया है. इसके अलावा पंजाब में संगरूर,पटियाला,फतेहगढ़ साहिब और फरीदकोट सीट पर इसके कैंडिडेट नम्बर वन की पोजीशन पर बने हुए हैं.

Posted By: Satyendra Kumar Singh