रांची: बिहार के कटिहार का कुख्यात कोढ़ा गिरोह रांची में एक बार फिर से एक्टिव हो गया है. बिना हथियार के काम करने वाला ये गिरोह झपट्टा मार के रुपए छीनने, कार का शीशा तोड़ गहने उड़ाने, बाइक चोरी, चैन स्नेचिंग और नशीला पदार्थ खिलाकर लूटने की घटनाओं में माहिर हैं. मंगलवार की रात रांची के डोरंडा थाना क्षेत्र से दो वाहनों के शीशे तोड़कर लाखों की नकदी और गहने गायब हुए थे. इस मामले की जांच में जुटी रांची पुलिस को चौंकाने वाली जानकारी हासिल हुई है. पुलिस जांच में ये पता चला है कि 2017 में रांची में लूटपाट के जरिए आतंक मचाने वाला बिहार के कटिहार का कोढ़ा गिरोह फिर से सक्त्रिय हो गया है.

अपराध की दुनिया में चर्चित कोढ़ा गैंग

कोढ़ा गैंग अपराध की दुनिया में जाना पहचाना नाम है. इस गिरोह की उत्पत्ति बिहार के कटिहार जिले के कोढ़ा नामक जगह पर हुई, जो एनएच 31 के ठीक किनारे स्थित है. वहीं, बैंकों के अंदर और बाहर रेकी कर रुपए की लूट करना भी इस गिरोह के आदत में शुमार है.

राकेश ग्वाला है गिरोह का मुखिया

पुलिस के अनुसार इस गिरोह का संचालन राकेश ग्वाला नामक एक अपराधी करता है. वो पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में रहकर इस गिरोह का संचालन करता है. गिरोह के बाकी सदस्य झारखंड-बिहार के विभिन्न जिलों में रहकर घटनाओं को अंजाम देते हैं. इसके सदस्य हाई स्पीड बाइक की सवारी करते हैं और फिर लूटने की घटना को बिना हथियार के अंजाम देते हैं.

शादी ब्याह के मौसम में ज्यादा एक्टिव

इस गिरोह के शातिर अपराधी शादी-ब्याह के सीजन में कुछ ज्यादा ही एक्टिव रहते है. दरअसल, इस समय लोग मार्केटिंग के कामों में व्यस्त रहते हैं. इस गिरोह के लोग वैसे लोगों पर नजर रखते हैं और मौका पाते ही उनके कीमती जेवर और दूसरे सामान चुरा कर या फिर लूट कर फरार हो जाते हैं.

कई बार पड़ा छापा, मिलती हैं महिलाएं व बच्चे

विदित हो कि कटिहार के इस कोढ़ा गांव में रांची पुलिस समेत राज्य के अन्य जिलों और बिहार पुलिस ने कई बार संयुक्त रुप से छापामारी की है. लेकिन पुलिस को सफलता बहुत कम बार ही हाथ लगी है. दरअसल इस गांव के सारे पुरुष एक साथ अलग अलग ्रग्रुप में कांड करने निकलते हैं. गांव में केवल महिलाएं और बच्चे होती हैं जो फूल ट्रेंड होती हैं.पुलिस को इनके पास से कोई खास जानकारी नहीं मिल पाती.

जेवरों से लदी होती हैं महिलाएं

कोढ़ा में छापामारी करने वाले एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गांव की महिलाओं के शरीर पूरी तरह जेवरातों से लदे फदे होते हैं लेकिन बिना सबूतों के कार्रवाई नहीं की जा सकती. साथ ही गांव में बड़े वाहन हाईवा, डंफर, टैंकर, ट्रेलर जैसे वाहन भी खड़े रहते हैं.

वर्जन

हाल के दिनों रांची में हुई छिनतई, चोरी और लूटपाट की घटनाओं में कोढ़ा गिरोह का हाथ सामने आया है. जिसके बाद इस ्रग्रुप पर नकेल कसने के लिए रांची के सभी शहरी थानेदारों की बैठक बुलाई गई. जिसमें उन्हें इस गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टिप्स भी दिए गए हैं. पूरा गिरोह जल्द ही पुलिस के गिरफ्त में होगा.

अनीश गुप्ता, एसएसपी, रांची

Posted By: Prabhat Gopal Jha