वेब शो के मेकर्स ने कसम खा ली है कि सीजन के मामले में वह क्रिकेट की टीम बना के ही छोड़ेंगे अगर गुंजाईश न भी हो तब भी एक के बाद एक सीजन दिखाते रहेंगे। आश्रम के पहले सीजन की सफलता के बाद अब एक बार फिर आश्रम 2 का आना मुनासिब था। लेकिन तीसरे के लिए भी विकल्प छोड़ा है ये बात हजम नहीं हुई। बहरहाल प्रकाश झा इस सीजन में निराला बाबा की कामवासना के साथ-साथ उनकी राजनीति के दांव-पेंच भी लेकर आये हैं। लेकिन कहानी से जितनी उम्मीद थी इस बार जप नाम शायद उस कदर न हो। पढ़ें पूरा रिव्यु

वेब शो का नाम : आश्रम द डार्क साइड - सीजन 2
कलाकार : बॉबी देओल, चंदन रॉय सान्याल,अदिति पोहनकर, अनुप्रिया गोएंका, तुषार पांडे, विक्रम कोचर, दर्शन कुमार, राजीव सिद्धार्थ और अन्य
निर्देशक : प्रकाश झा
ओ टी टी : एम एक्स प्लेयर
रेटिंग : 2 . 5 स्टार

क्या है कहानी
निराला बाबा (बॉबी देओल) इस बार कामवासना से आगे बढ़े हैं, वे अब राजनीति के बड़े दांव-पेंच में लग गए हैं। अपने भक्तों पर जम कर अत्याचार हो रहा है उनका। चूंकि पुलिस को भी उन्होंने अपना गुलाम बना रखा है। कहानी वहीं से शुरू होती है,जहां खत्म हुई थी। इस बार पूरा फोकस राजनीति पर है। निराला सिंह को इस बार उजागर सिंह (दर्शन ) ने ढूंढ़ निकाला है। वहीं पम्मी पहलवान (अदिति ) को बाबा के सारे राज पता चल गए हैं और वह बदला लेने के मूड में है। इस बार के सीजन का पूरा सार यहीं है कि निराला की दुनिया से जो टकराएगा, मिटटी में मिल जाएगा। निराला बाबा क्या क्या रास रचाते हैं और पत्ते खुलते जाते हैं, यह देखना दिलचस्प है। लेकिन कुछ हद तक बोर भी करती है।

क्या है अच्छा
इस बार बॉबी देओल अपने किरदार में रमे दिख रहे हैं, अच्छी मेहनत है उनकी। कहानी के लेयर्स अच्छे हैं , लेकिन कहानी में ट्विस्ट, कन्फ्लिक्ट नहीं है।

क्या है बुरा
कहानी बहुत खींची सी है, एक साथ काफी किरदार जोड़े गए हैं। लेकिन अच्छे से डिफाइन नहीं किया गया है। अगले सीजन की गुंजाईश छोड़ने की जरूरत नहीं नजर आई।

अदाकारी
इस बार बॉबी देओल में कॉन्फिडेंस नजर आ रहा है, उन्होंने अच्छा अभिनय किया है। चंदन रॉय पिछली बार की ही तरह सधे अंदाज़ में नजर आये हैं। अदिति पुराने अंदाज़ में हैं। अनुप्रिया गोएनका ने अच्छा काम किया है।

वर्डिक्ट
शो को लेकर हाइप है तो दर्शक एक बार जरूर देखेंगे

Review By: अनु वर्मा

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari