रांची:शहर में चल रहे स्कूल वैनों में क्षमता से ज्यादा बच्चों को बैठाना अब महंगा पड़ सकता है. जिला प्रशासन को लगातार शिकायतें मिल रही हैं कि स्कूल वैन में जितने बच्चों की सीट होती है उससे कहीं ज्यादा बच्चों को सीट पर बैठाया जा रहा है. इसके चलते कभी भी कोई बड़ी घटना घट सकती है. शहर में रोजाना कई स्कूल वैन ओवरलोडिंग कर चल रही हैं. इस पर प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है. सभी स्कूलों को चेतावनी देते हुए इस मनमानी पर लगाम लगाने के निर्देश दिए हैं. डीसी राय महिमापत रे ने कहा कि स्कूली वैन में इस तरह की लापरवाही बच्चों की जिंदगी पर भारी पड़ सकती है. इसलिए जो आदेश का पालन नहीं करेगा उसे अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा.

एक्शन के नाम सिर्फ की खानापूर्ति

स्कूल बस और स्कूल वैन की जांच और कार्रवाई के नाम पर अब तकं प्रशासन की ओर से सिर्फ खानापूर्ति किए जाने की ही बात सामने आयी है. नियम कई बार बने और प्रशासन के अधिकारियों के द्वारा निर्देश भी दिया जाता रहा लेकिन इसके बाद भी स्कूल प्रबंधन की इस मनमानी पर कोई खास कार्रवाई नहीं की गयी. स्कूल में छोटे-छोटे बच्चे को बुरी तरह ठूंस कर इन वैनों में बैठाया जाता है. हर दिन ट्रैफिक पुलिस के सामने से ऐसे बहुत से वाहन गुजरते हैं लेकिन वो भी आंखें मूंदे रहती है.

तेज स्पीड से बच्चे जाते हैं सहम

स्कूल वैन व बस के चालक ज्यादा ट्रिप लगाने के चक्कर में अपनी गाड़ी को काफी तेज गति से चलाते हैं. कई बार वैन तेज गति से चलाने के दौरान ड्राइवर अचानक ब्रेक लगा देते हैं. इससे छोटे-छोटे बच्चे सहम जाते हैं. कई बार बैलेंस बिगड़ जाने की वजह से चुटहिल भी हो जाते हैं. वहीं ओवरलोडिंग और तेज गति के कारण अनहोनी होने का भी डर बना रहता है. मार्च 2019 में एक निजी स्कूल के वैन का चक्का खुल कर बाहर हो गया जिसके कारण बुरी तरह बेकाबू हुई वैन दुर्घटनाग्रस्त हो गयी. ये तो शुक्र था कि इस घटना में किसी बच्चे को चोट नहीं आई. इसके बाद भी स्कूल वाहन नहीं मान रहे तेज रफ्तार में ही स्कूली वाहनों को सड़क पर दौड़ा रहे हैं.

फीस अधिक पर सुविधाएं नदारद

बस से बच्चों को ढोने के एवज में स्कूल प्रबंधन द्वारा फीस तो ज्यादा लिया जाता है, लेकिन इन बसों व वैन में बच्चों के मुताबिक सुरक्षा नहीं दी जाती है. स्कूल बसों और वैनों में क्षमता से कहीं ज्यादा बच्चों को बैठाया जाता है. जहां सीट पर चार बच्चों के बैठने की जगह तय है, वहां उस पर छह बच्चों को बैठाया जा रहा है.

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वर्जन

ऐसे वैन के लिए एक जांच रिपोर्ट तैयार की जा रही है. वहीं वैन से बच्चे की अवैध लोडिंग रोकने के लिए अभियान चलाया जाएगा. अगर इस दौरान कोई भी ओवरलोडिंग करते पकड़ा जाता है तो उस पर शीघ्र ही कार्रवाई की जाएगी.

संजीव कुमार, डीटीओ

Posted By: Prabhat Gopal Jha