-दैनिक जागरण आई नेक्स्ट में न्यूज पब्लिश होने के बाद रोहनिया में पकड़ी गई थी 19 लाख की शराब

-अवैध शराब फैक्ट्री का हुआ था खुलासा, जिसके बाद हुआ एक्शन, विभाग में मचा हड़कंप

पिछले दिनों रोहनिया थाना एरिया के वीरभानपुर स्थित प्राइवेट आईटीआई परिसर व पास में एक पेट्रोल पंप कारोबारी के यहां से लाखों की पकड़ी गई अवैध शराब के मामले में अब धीरे-धीरे कार्रवाई की तलवार लटकनी शुरू हो गई है। शासन ने शनिवार को इस मामले में क्षेत्रीय आबकारी इंस्पेक्टर आलोक कुमार सिंह समेत सात कांस्टेबल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। यही नहीं कुछ के खिलाफ जांच भी बैठा दी गई है। माना जा रहा है कि जल्द ही कुछ और पर भी गाज गिर सकती है। बता दें कि दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने चार अक्टूबर के अंक में 'कहां है आबकारी, आखिर क्यों नहीं हो रही छापेमारी' हेडिंग से न्यूज पब्लिश की थी। जिसके बाद यहां छापेमारी कर अवैध शराब की फैक्ट्री व 19 लाख की जहरीली शराब पकड़ी गई थी।

इन पर गिरी गाज

शराब का जखीरा पकड़े जाने के मामले में रोहनिया यानि सेक्टर तीन के इंस्पेक्टर आलोक कुमार सिंह के अलावा हेड कांस्टेबल शैलेश त्रिपाठी व शशि कुमार भूषण को निलंबित किया गया है। इनके अलावा कांस्टेबल सुनील कुमार, पवन कुमार तिवारी, प्रेमानंद शुक्ला, सुनीता सिंह व कंचन पांडेय को भी शासन ने निलंबित कर दिया है।

एसओ को राहत, सिपाहियों की सांसत

रोहनिया एरिया में चल रही अवैध शराब की फैक्ट्री और 19 लाख मूल्य की अवैध शराब के पकड़े जाने के बाद कप्तान ने रोहनिया थाने के तीन सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया। मगर तत्कालीन थाना प्रभारी श्रीप्रकाश को बचा लिया गया। एसएसपी पीआर सेल के मुताबिक लाइन हाजिर होने वालों में रोहनिया थाने में तैनात कांस्टेबल चालक एकलाख खां, कांस्टेबल प्रदीप सिंह व अमरनाथ सिंह का नाम शामिल है। रोहनिया में शिवपुर पुलिस ने अवैध शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था। इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया था और 19 लाख की अवैध शराब बरामद की गई थी।

Posted By: Inextlive