-अवैध शराब के पर लगाम लगाने वाली आबकारी विभाग के पास है एक मात्र पुरानी जीप

-वाहन की कमी के चलते समय से नहीं हो पाती है छापेमारी

बनारस को अवैध शराब के जहर से बचाने की जिम्मेदारी जिस आबकारी विभाग पर है वो पैदल है. जब कहीं खुफिया दारू बनाने की जानकारी मिलने सूचना मिलती है तब टीम वाहन तलाशने लगती है. छापेमारी के लिए विभाग को खटारा जीप ही उपलब्ध है जो लगभग ढाई दशक पुरानी है. पूरे मंडल भर का भार उठाने वाले प्रवर्तन दल भी संसाधनों से पूर्ण नहीं है. गाड़ी की कमी के साथ मैन पावर की समस्या से भी विभाग जूझ रहा है. वित्तीय वर्ष 2018-19 बीता और 2019-20 शुरू हो गया लेकिन आबकारी विभाग को संसाधन से परिपूर्ण नहीं किया गया.

ज्वाइंट कमिश्नर भी पैदल

सहायक आयुक्त आबकारी प्रवर्तन दल को गाड़ी के नाम पर जीप तो मिली है लेकिन उसकी स्पीड भी ऐसी कि उससे आगे साइकिल सवार निकल जाए. करीब पांच माह से तो गाड़ी सड़क पर उतरी भी नहीं है. अब ऐसे सिचुएशन में किस इलाके में आबकारी अफसर छापेमारी करने जाए.

राजस्व के टारगेट को लगभग 80 परसेंट तक पूरा करने वाले आबकारी बनारस रीजन के ज्वाइंट कमिश्नर को भी गाड़ी नहीं मिली. खुद के वाहन से सरकारी काम-काज करते हैं. गाडि़यों के लिए डिमांड लेटर भेजते-भेजते वो भी थक चुके हैं.

बेतहाशा हो रही अवैध शराब बिक्री

वाहन उपलब्ध नहीं होने से आबकारी टीम समय से छापेमारी नहीं कर पाती है. इसका फायदा अवैध शराब का धंधा करने वाले उठाते हैं. अपना धंधा ऐसी जगह जमा रखा है जहां पहुंचना आसान नहीं होता है. ज्यादातर शराब की भट्ठियां शहर के दूर ग्रामीण इलाकों में सुलगती हैं. रात के अंधेरे में यहां शराब तैयार की जाती है और दिन के उजाले में उसे ग्राहकों तक पहुंचा दिया जाता है. कारोबारियों की बांछे खिली हुई हैं. शिवपुर, बड़ागांव, चौबेपुर, सहित हाइवे किनारे के ढाबों पर खुलेआम शराब की बिक्री हो रही है. सूचना के बाद भी आबकारी विभाग के अफसर छापेमारी नहीं कर पा रहे है.

एक नजर प्रवर्तन दल पर

01

सहायक आयुक्त का पद, चल रहा खाली

02

एक्साइज इंस्पेक्टर कुल

02

हेड कांस्टेबल कुल

21

कांस्टेबल कुल

12

कांस्टेबल के पोस्ट चल रहे खाली

01

कनिष्ठ लिपिक

01

ड्राइवर

01

वाहन जीप

छापेमारी का जिम्मा

बनारस, चंदौली, जौनपुर, गाजीपुर

विशेष सूचना पर छापेमारी करने के साथ ही गाडि़यों का प्रबंध कराया जाता है. पूरी मुस्तैदी के साथ टीम अवैध शराब के खिलाफ छापेमारी कर रही है.

संजय कुमार, सहायक आबकारी आयुक्त

Posted By: Vivek Srivastava