- अभाविप द्वारा महिलाओं को शिक्षित करने के साथ सेल्फ डिफेंस का दिया जा रहा प्रशिक्षण

- महिला के राष्ट्रीय महामंत्री बनने से बदलेगी छवि

आगरा: महिला सशक्तिकरण का नजरिया अलग-अलग है। इसे युवकों की तरह युवतियों को सिगरेट और शराब पीने की छूट से दे?ा जा रहा है। मगर, ऐसा नहीं है। महिलाओं को शिक्षित करने और सुरक्षा देने की जरूरत है। यह काम अ?ाविप द्वारा किया जा रहा है।

अ?ाविप की राष्ट्रीय मंत्री हेमा ठाकुर ने बताया कि अ?ाी ?ाी महिलाएं असुरक्षित हैं। मेट्रो शहरों में सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। मगर, ग्रामीण क्षेत्रों में हालत ?ाराब है। इसके लिए अ?ाविप द्वारा 10 ला?ा छात्राओं को सेल्फ डिफेंस का प्रशिक्षण दिया गया है, इससे उनका हौसला बढ़ा है। वे साहसी बन रही हैं लेकिन अ?ाी और काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण को कुछ संगठन और लोग पुरुषों की बराबरी से आंकते हैं। महिलाओं को सिगरेट पीने की छूट को महिला सशक्तिकरण नहीं कह सकते, यह महिला के लिए व्यक्तिगत छूट हो सकती है। सही मायने में महिलाओं को शिक्षित करने से ही वे सशक्त बन सकती हैं। अपने अधिकारों की लड़ाई ?ाुद लड़ सकती हैं। उन्होंने कहा कि अ?ाविप महिलाओं को नेतृत्व ?ाी दे रहा है, पहली बार गैर पूर्णकालिक महिला सदस्य को राष्ट्रीय महामंत्री बनाया गया है। इससे अ?ाविप की पुरुष प्रधान छवि की अवधारणा ?ाी बदलेगी।

हिमाचल में 1.20 ला?ा सदस्यों में से 70 हजार छात्राएं

राष्ट्रीय मंत्री हेमा ठाकुर ने बताया कि अ?ाविप से छात्राएं बड़ी सं?या में जुड़ रही हैं। हिमाचल प्रदेश में अ?ाविप के 1.20 ला?ा सदस्य हैं। इसमें से 70 हजार छात्राएं हैं। राष्ट्रीय अधिवेशन में ?ाी अ?ाविप के 40 प्रांतों से 350 महिला पदाधिकारी शामिल हुई हैं।

Posted By: Inextlive