- अभाविप के 65 वें राष्ट्रीय अधिवेशन से पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद की बैठक में प्रस्तावों पर चर्चा

- राष्ट्रीय शिक्षा नीति, अनुच्छेद 370, स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सहित र?ो गए अन्य प्रस्ताव

आगरा। अ?िाल ?ारतीय विद्यार्थी परिषद (अ?ाविप) की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद की बैठक में शुक्रवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ। एस सुबैय्या ने कहा कि देश में बोलचाल की ?ाषा कोई ?ाी हो सकती है मगर, मातृ ?ाूमि की ?ाषा ¨हदी ही है। वहीं, ?ारत एक आध्यात्मिक देश है। ऐसे में ?ारत की जीवन यात्रा में ऐतिहासिक मोड़ आया है। 70 साल बाद राष्ट्र के आदर्श पुरुष राम का मंदिर बनाने का मौका आया है, इसका स्वागत करते हैं। यहां अ?ाविप के 65 वें राष्ट्रीय अधिवेशन के लिए आगरा कॉलेज मैदान में बसाए गए गुरु नानक देव नगर में शुक्रवार को अधिवेशन के प्रस्तावों पर विमर्श हुआ। अधिवेशन का विधिवत उद्घाटन शनिवार को किया जाएगा। 25 नवंबर को अधिवेशन का समापन होगा।

सुबैय्या ने कहा कि पूंजीवादी देशों के लिए देश की ?ाूमि ?ाोग और संसाधन के लिए होती है। हमारे लिए ?ाूमि माता का महत्व र?ाती है। वहीं, सा?यवाद 100 फीसद नकारात्मक है। कहा कि ?ारत राष्ट्र के आदर्श पुरुष राम, श्रीकृष्ण और शिवजी की ?ाूमि है। ?ारतीय विचारधारा सकारात्मक है। हमारे यहां युद्ध की विजय को धर्म विजय कहते हैं, इसलिए रावण वध के लिए श्री राम 14 वर्ष तक वनवास में रहे। अब 70 साल बाद राष्ट्र के आदर्श पुरुष राम का मंदिर बनाने का मौका मिला है। स्वतंत्रता के 72 साल बाद अनुच्छेद 370 हटाया गया है। ये सकारात्मक परिवर्तन हैं। इसे आगे लेकर जाना है। बैठक में राष्ट्रीय महामंत्री आशीष चौहान, राष्ट्रीय संगठन मंत्री सुनील आंबेकर सहित राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य मौजूद रहे।

वामपंथियों का सर्वनाश करने के लिए काम करेगी अ?ाविप

राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ। एस सुबैय्या ने जेएनयू प्रकरण में गुरुवार को कहा था कि छात्र हित के लिए वामपंथियों के साथ अ?ाविप है। शुक्रवार को कहा कि जेएनयू में महिला प्राध्यापक को 30 घंटे बंधक बनाए र?ा। वे ?ाूल गए कि यह गंगा की धरती है, यहां महिला के अपमान पर युद्ध हुआ है। जेएनयू में वामपंथियों का सर्वनाश करने के लिए अ?ाविप काम करेगी। उन्होंने कहा कि परिषद संघर्ष में आगे चलेंगे, मौत से लड़ेंगे, फिर ?ाी महिला स?मान से पीछे नहीं हटेंगे।

Posted By: Inextlive