RANCHI : एसी बसों में यात्रा करने वाले पैसेंजर्स अब अपने को उस समय ठगा महसूस करते हैं जब बेहतर सुविधाएं देने के नाम पर उनसे रकम तो वसूल ली जाती है, लेकिन सुविधाएं नहीं दी जातीं। कुछ इसी तरह का हाल है ओवरब्रिज बस स्टैंड से चलने वाली परिवहन विभाग की इन एसी बसों का। ये एसी बस यात्रा के दौरान लोगों को पसीना बांट रही हैं। इनमें न तो पर्दे ही साफ हैं और न ही पंखे ठीक से चलते हैं। इससे भी बुरा हाल यह है कि बसों में बैठने के साथ ही बदबू आने लगती है। रांची से हजारीबाग, जमशेदपुर, चाईबासा, गिरिडीह, धनबाद, सिमडेगा सहित कई शहरों के लिए 100 से अधिक ये बसें चल रही हैं।

किराया भी बढ़ गया है

रांची में 2015 में एसी बसों से सफर की शुरुआत की गई थी। जिसके बाद से यह लोगों की पहली पसंद बन गयी। हर रूट पर सिर्फ एसी बस ही चलने लगी। 2015 में रांची से हजारीबाग का किराया 110 रुपए तय किया गया था। वहीं अब रांची से हजारीबाग का किराया 160 रुपए हो गया है। लेकिन इनमें सुविधा के नाम पर अब पैसेंजर को कुछ नहीं मिल रहा है।

शिकायत करने को ऑथिरिटी नहीं

विभिन्न रूट्स पर चल रही इन बसों के कर्मचारी और बस स्टैंड पर टिकट काटने वाले एजेंट कितनी भी मनमानी पैसेंजर के साथ कर लें, उनको रोकने वाला कोई नहीं है। सबसे बड़ी बात है कि यात्रा के दौरान होने वाली परेशानी की शिकायत के लिए कोई ऑथिरिटी नहीं है। इस कारण पैसेंजस और परेशान हो रहे हैं। इस पर परिवहन आयुक्त फैज अहमद का कहना है कि विभाग का ट्रोल फ्री नंबर पर संपर्क करके शिकायत कर सकते हैं।

हर चौक पर रुक रहीं बसें

रांची से हर जिले के लिए खुलने वाली एसी बसों की हालत नॉर्मल बसों से भी खराब हो चुकी है। स्टैंड पर ही एजेंटों की मनमानी शुरू हो जाती है। एक बस से दूसरे बस में पैसेंजर को बैठाते रहते हैं। हर चौक चौराहे पर बसें रुकती हैं। हजारीबाग से डेढ़ घंटे में सफर तय करने वाली एसी बसें अब दो घंटे से अधिक समय में पहुंच रही हैं।

चार साल पुरानी हो चुकी हैं बसें

चार साल पुरानी हो जाने के बाद भी इन एसी बसों के परदे नहीं बदले जा रहे। एसी खराब हो गया है। कई बसें में पंखे भी काम नहीं कर रहे। जबकि 2015 में झारखंड स्थापना दिवस पर खुद मुख्यमंत्री ने कई शहरों के लिए इन लग्जरी बसों की शुरुआत की थी। पहले कुछ बसें टाटा, हजारीबाग और गिरिडीह के लिए शुरू की गयी थीं। उस समय इनमें 110 रुपये में रांची से हजारीबाग तक का सफर हो रहा था। लेकिन अब किराया भी काफी बढ़ गया है।

वर्जन

एसी बसों को सरकार की जो सोच है उसी के अनुसार चलाना होगा। इसका जो पालन नहीं करेगा उस बस का परमिट रद्द होगा।

फैज अहमद, परिवहन आयुक्त, रांची

Posted By: Inextlive