JAMSHEDPUR: जमशेदपुर की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एंटी करप्शन ब्यूरो) ने जमशेदपुर ठीकेदार विकास कुमार शर्मा से 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते ग्रामीण कार्य विभाग (आरईओ) के कनीय अभियंता यानि जेई सुरेश प्रसाद वर्मा को गुरुवार को मानगो से रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। जेई ठीकेदार से सड़क निर्माण का बिल (विपत्र) तैयार करने के एवज में रिश्वत ले रहे थे। एसीबी ने जेई सुरेश प्रसाद वर्मा से पूछताछ की है। उन्हें शुक्रवार को जेल भेज दिया जाएगा। एसीबी के एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि साकची के आईडीए कॉलोनी निवासी विकास कुमार शर्मा ने 23 अक्टूबर को एसीबी से शिकायत की थी कि ग्रामीण कार्य विभाग के कनीय अभियंता सुरेश प्रसाद वर्मा उनसे रिश्वत मांग रहे हैं।

मांग रहे थे रिश्वत

विकास कुमार शर्मा ने एसपी को बताया था कि उनकी मां दीपा शर्मा की जय माता दी इंटरप्राइजेज कंपनी है। ये कंपनी सड़क निर्माण का काम करती है। सरायकेला खरसावां जिले में ग्रामीण कार्य विभाग ने तमोलिया कॉलोनी में280 मीटर लंबी पीसीसी सड़क का काम कंपनी को दिया था। सड़क 11 लाख 54 हजार 964 रुपये की लागत से बनाई गई है। विभाग ने 7 लाख रुपये का भुगतान कंपनी को कर दिया है। बाकी का भुगतान करने के लिए विपत्र तैयार करने को जेई सुरेश प्रसाद वर्मा 28 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहे थे। शिकायत की जांच एसीबी के इंस्पेक्टर नागेंद्र कुमार मंडल ने की। शिकायत सही पाई गई। इसके बाद एसीबी ने अपना जाल बिछाया और गुरुवार को जेई सुरेश प्रसाद वर्मा से संपर्क किया गया। जेई सुरेश प्रसाद वर्मा 10 हजार रुपये में काम का भी पत्र बनाने को तैयार हो गए। उनके 10 हजार रुपये लेते ही एसीबी के अधिकारियों ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया और लिखा पढ़ी कर जेल भेज दिया है।

मानगो में पकड़ा गया इंजीनियर

सरायकेला में तैनात आरईओ का जेई सुरेश प्रसाद वर्मा मानगो में एमजीएम थाना क्षेत्र के आनंद विहार कॉलोनी में रहता है। उसने विकास को डिमना रोड पर बृजवाही होटल के पास रिश्वत देने को बुलाया था। यहां जैसे ही उसने रिश्वत ली एसीबी ने उसे धर दबोचा।

Posted By: Inextlive