हवाई सफर करना आसान, लेकिन इलाहाबाद एयरपोर्ट पहुंचना है मुश्किल

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PRAYAGRAJ: इलाहाबाद एयरपोर्ट पर शनिवार को आठ फ्लाइट का आना-जाना शुरू हो गया. दिल्ली, मुंबई और बंगलुरु पहुंचना आसान हो गया है. लेकिन, शहर से एयरपोर्ट तक के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट अब भी आलमोस्ट शून्य है. नतीजा शहर में ट्रेवल करना पैसेंजर्स के लिए भारी पड़ रहा है.

पर्सनल ह्वीकल ही है आप्शन

शनिवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने रियलिटी चेक करके एयरपोर्ट तक पब्लिक ट्रांसपोर्ट का हाल जाना. सिविल लाइंस से किसी पैसेंजर को फ्लाइट पकड़ने के लिए इलाहाबाद एयरपोर्ट जाना हो तो उसके पास बस केवल दो ऑप्शन हैं. या तो वह पर्सनल गाड़ी से एयरपोर्ट पहुंचे या फिर कोई उसे ड्राप करे. या वह कैब बुक करके पहुंचे. ज्यादातर लोग फ‌र्स्ट कंडीशन ही अप्लाई कर रहे हैं.

ई-रिक्शा और कैब दोनों है महंगा

शनिवार को इलाहाबाद एयरपोर्ट से फ्लाइट पकड़ने एयरपोर्ट पहुंचे लोगों ने बताया कि वे बड़ी मुश्किल से एयरपोर्ट पहुंचे. इसके लिए पांच सौ रुपये तक खर्च करने पड़ गये. शहर से इलाहाबाद एयरपोर्ट तक ई-रिक्शा, कैब चलते हैं. एयरपोर्ट से शहर आने के लिए खुद की गाड़ी न होने पर केवल एक ऑप्शन एयरपोर्ट पर बने रेंट कार सर्विस से कैब लेना. इसका रेंट बहुत ज्यादा है. एयरपोर्ट से सिविल लाइंस तक आने के लिए 900 रुपये पे करने पड़ेंगे. अलग-अलग एरिया का रेट डिफरेंट है.

80 हजार लोग कर चुके सफर

जून 2018 से अब तक करीब 80 हजार से अधिक लोगों ने हवाई यात्रा की है. एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और यूपी गवर्नमेंट के साथ साइन हुए एमओयू में इस बात का जिक्र कि लोकल एडमिनिस्ट्रेशन शहर से एयरपोर्ट जाने और एयरपोर्ट से शहर में आने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट अवेलेबल कराएगा, होने के बाद भी पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर कोई काम नहीं किया गया.

लो फ्लोर बसें चलाने का था आदेश

चार नवंबर 2018 को तत्कालीन डीएम सुहास एलवाई की अध्यक्षता में एयरपोर्ट की व्यवस्था को लेकर हुई मिटिंग में निर्णय हुआ था कि कुंभ मेला से पहले एयरपोर्ट से सिविल लाइंस के लिए लो फ्लोर बसें चलाई जाएगी. कुंभ मेला संपन्न हो गया और आज तक बसें चलाने की नौबत नहीं आयी. साइनेज पर भी काम नहीं किया गया. इनकी संख्या बेहद कम है. जो साइनेज लगे भी हैं वो गड़बड़ हैं. चौफटका पर लगे साइनेज में एयरपोर्ट चार किलोमीटर दिखाता है. यहां से आगे रास्ते साइनेज दूरी आठ किलोमीटर बताता है. कटहउला गौसपुर रोड पर साइनेज काफी छोटे लगे हैं जिसकी विजिबिलिटी बेहद कमजोर है.

फ्लाइट डिपार्चर अराइवल

दिल्ली से इलाहाबाद 02.55 05.00

इलाहाबाद से दिल्ली 05.30 07.30

बेंगलुरु से इलाहाबाद 01.30 04.10

इलाहाबाद से बंगलुरु 04.40 07.00

मुंबई से इलाहाबाद 11.15 01.30

इलाहाबाद से मुंबई 02.00 04.00

दिल्ली से इलाहाबाद 11.00 12.20

इलाहाबाद से दिल्ली 12.50 02.05

सही है कि एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट नहीं है. इस पर एडमिनिस्ट्रेशन से बात की जाएगी. कोशिश होगी कि ट्रिपल आईटी तक आने वाली बस को एयरपोर्ट से चलाया जाए.

नंद गोपाल गुप्ता नंदी

नागरिक उड्डयन एवं स्टांप मंत्री, उत्तर प्रदेश

एयरपोर्ट के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट न होना बड़ी समस्या है. एमओयू में इसका जिक्र था कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट उपलब्ध कराया जायेगा. आज तक बस की सुविधा शुरू नहीं हो सकी है.

सुनील कुमार यादव

डायरेक्टर, इलाहाबाद एयरपोर्ट

Posted By: Vijay Pandey