- मेडिकल कॉलेज के पास रोड क्रॉस करने को लगानी पड़ती है जान की बाजी

- फुट ओवर ब्रिज न होने से समस्या बढ़ी, आए दिन होते रहते हैं सड़क हादसे

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Meerut : कहते हैं भगवान की डगर काफी मुश्किल होती है। उस पर चलने से लोगों को कुछ परेशानियां तो उठानी पड़ती हैं, लेकिन मेरठ में तो जान की बाजी लगानी पड़ती है। जी हां, मेडिकल कॉलेज में भगवान रूपी डॉक्टर के पास जाने के लिए लोगों को अपनी जान को जोखिम में डालना पड़ता है। गढ़ रोड पर स्थित मेडिकल कॉलेज में रोजाना हजारों लोग आते हैं। हैवी ट्रैफिक भी होता है। इसके बाद भी इस रोड पर लोगों के लिए फुट ओवर ब्रिज के बारे में कोई भी सोचने के लिए तैयार नहीं है। जबकि इस रोड खासकर मेडिकल के सामने अक्सर एक्सीडेंट होते रहते हैं।

ट्रैफिक रूल्स की अनदेखी

गड़ रोड स्थित लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज की क्रॉसिंग पर आए दिन एक्सीडेंट होते रहते हैं। किसी पुलिस बल की वहां मौजूदगी न होने से कोई भी ट्रैफिक रूल्स को फॉलो नहीं करता है, जिसकी वजह से लोगों को रोड क्रॉस करने के दौरान गंभीर परिणाम लोगों को भुगतने पड़ते हैं।

होती रहती हैं घटनाएं

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मेडिकल कॉलेज के सामने एक महीने के अंदर एक दर्जन घटनाएं घटित हो चुकी हैं, जिनमें रोड क्रॉस करने के दौरान सामने से आ रहे वाहन द्वारा टक्कर मार दी गई। मेडिकल स्टोर के ऑनर रुपेश कुमार की मानें तो हम रोज देखते हैं कि सामने कभी ट्रक आ रहा होता है तो कभी तेज रफ्तार में बस आ रही होती है। ऐसे में रोज बड़े हादसे के चांसेस बनते हैं। स्कूटर और कार की टक्कर से घायल और चोट लगने की घटनाएं तो रोज ही देखने को मिलती हैं।

दो मिनट से ज्यादा समय

मेडिकल कॉलेज के ही स्टूडेंट प्रांजल सिंह का कहना है कि कई बार हमें रोड क्रॉस करने में दो मिनट से ज्यादा लग जाते हैं। कभी-कभी तो क्0 मिनट लग जाता है। प्रांजल के अनुसार इस सड़क पर रेगुलर टै्रफिक रहता है, जिसे कंट्रोल करने के कोई उपाय नहीं किए गए हैं। कई बार मैं बस के सामने आने से बचा हूं। लेकिन एडमिनिस्ट्रेशन ध्यान देने को तैयार ही नहीं है, जबकि हजारों लोग यहां इलाज कराने के लिए यहां आते हैं।

ख्0 मीटर भी चौड़ाई भी नहीं

मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट रजनीश राय कहते हैं कि सड़क की चौड़ाई ख्0 मीटर भी नहीं है, लेकिन खतरनाक काफी है। ये खतरनाक इसलिए भी हैं क्योंकि बसों का काफी जमावड़ा लगा रहता है, जिससे ट्रैफिक जाम भी लगा रहता है। जब कभी बसें मुड़ती हैं तो तेजी से आ रहे व्हीकल्स टक्कर होने करी भी संभावना काफी बढ़ जाती है। इस पर काफी काम होना काफी जरूरी है।

तो इनका होना है जरूरी

स्थानीय दुकानदारों और हॉस्पिटल में आने वालों की मानें तो सड़क क्रॉस करने वालों के लिए फुट ओवर ब्रिज या सब जरूर होना चाहिए। ताकि लोग हॉस्पिटल में आसानी से जा सकें। अगर यहां फुट ओवर ब्रिज या सबवे नहीं बन सकता है तो यहां रेड लाइट या ट्रैफिक पुलिस कर्मी का होना काफी जरूरी है। सड़क मेडिकल कॉलेज से क्00 मीटर पहले और क्00 मीटर के बाद स्पीड ब्रेकर बनने चाहिए ताकि व्हिकल्स की स्पीड पर थोड़ा अंकुश लग सके।

अतिक्रमण भी है परेशानी का सबब

अगर ट्रैफिक प्रॉब्लम समस्या है तो रोड साइड पर अतिक्रमण भी वहां की सबसे बड़ी समस्या है। स्थानीय दुकानदारों की मानें तो सड़क के दोनों ओर मेन रोड पर कब्जा हो रखा है। जिसके कारण भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय दुकानदारों के अनुसार एफओबी बनाने के लिए भी जगह की जरूरत तो पड़ेगी ही, जब तक ये अतिक्रमण नहीं हटेगा तब तक इस तरह की प्रॉब्लम से निजात नहीं पाया जा सकता है।

मुझे मेडिकल के रोज चक्कर लगाने पड़ते हैं, जिसके लिए मुझे रोज इस सड़क को क्रॉस करना पड़ता है। इसमें पांच से सात मिनट लग जाते हैं। काफी ट्रैफिक होता है इस रोड पर।

- सचिन कुमार, स्टूडेंट

यहां पर जब स्पीड ब्रेकर नहीं बनेंगे तब कोई सुधार नहीं हो सकता है। काफी स्पीड में ट्रैफिक आता है। लोगों को जान जोखिम में डालकर सड़क क्रॉस करनी पड़ती है, लेकिन कोई भी इस पर काम करने को तैयार नहीं है।

- रुपेश कुमार, ऑनर मेडिकल स्टोर

मैं तो रोज देखता हूं यहां लोगों को गाडि़यों से टकराते हुए। ऐसा कोई दिन नहीं जाता, जब लोग सड़क पार करते हुए व्हिकल से न टकराते हों। फिर सरकारी लोगों को इस पर विचार करने को तैयार नहीं है।

- रमेश कुमार, जूस शॉप ऑनर

ख्0 मीटर की भी सड़क नहीं है। फिर भी इसे पार करने में काफी खतरा उठाना पड़ता है। मेडिकल में जाने के लिए सड़क पार करना जरूरी है। ट्रैफिक रुकने का नाम नहीं लेता है। जोखिम उठाने के अलावा अन्य कोई रास्ता नहीं है।

- दिनेश कुमार, स्टूडेंट

मैं बुजुर्ग हूं। मेरे जैसे लोग रोज यहां आते हैं। कुछ ऐसे भी हैं, जिनको चलने में भी काफी प्रॉब्लम होती है। ऐसे में अगर यहां सब वे या फुट ओवर ब्रिज बन जाए तो कितना बेहतर हो जाए।

- वेद प्रकाश, तीमारदार

अब यहां एफओबी की काफी जरुरत है। क्योंकि लोगों को काफी प्रॉब्लम होती है। महिलाएं भी अपने छोटे बच्चों को लेकर सड़क पार करती हैं। काफी खतरा है यहां पर।

- गिरीश पाल, स्टूडेंट

Posted By: Inextlive