-पुलिस ने चौपुला पुल पर मांझा से गर्दन कटने के बाद युवक को प्राइवेट हॉस्पिटल में कराया था एडमिट

-सुभाषनगर और कोतवाली पुलिस ने चौपुला पुल के बार्डर में उलझाया

BAREILLY: 20 दिन पहले चौपुला चौराहा पर एक शख्स की चाइनीज मांझा से गर्दन कट गई। शख्स बेहोश होकर पुल के ऊपर गिर गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे रामपुर गार्डन स्थित प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट करा दिया। जब शख्स की तबीयत सही हुई तो उसे पता चला कि उसकी पॉकेट में रखे 9700 रुपए और मोबाइल गायब है। अब वह सुभाषनगर और कोतवाली थाना के चक्कर लगा रहा है, लेकिन पुलिस ने उसे सीमा विवाद में उलझा दिया है। ऐसे में, पता ही नहीं चल पा रहा है कि उसे हॉस्पिटल में एडमिट कराने वाले पुलिसकर्मी कौन हैं और उसके रुपए और मोबाइल किसने निकाले हैं। फ्राइडे को जब पीडि़त सुभाषनगर थाना प्रभारी के पास शिकायत लेकर पहुंचा तो उन्होंने भी चौपुला पुल पर बॉर्डर की बात कही।

13 अगस्त को हुई घटना

बिहारीपुर निवासी धीरज कुमार प्राइवेट जॉब करते हैं। 13 अगस्त को वह बाइक से चौपुला चौराहा की ओर से सुभाषनगर की ओर जा रहे थे। चौपुला पुल पर चढ़ने के कुछ देर बाद चलने पर अचानक उनकी गर्दन में मांझा फंस गया और बचने के चक्कर में बाइक टकराकर गिर गई और वह बेहोश हो गए। जब उन्हें होश आया तो वह प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट थे। उनके पास पर्स और उसमें रखे एटीएम कार्ड तो थे लेकिन पॉकेट में रखे रुपए नहीं थे। चौपुला पुल कोतवाली और सुभाषनगर थानों परिधि में आता है। चौपुला चौराहा की ओर से एरिया कोतवाली और बदायूं रोड की ओर से एरिया सुभाषनगर का है। धीरज सिंह का कहना है कि यदि उन्हें पता चल जाएगा कि किन पुलिसकर्मियों ने उन्हें एडमिट कराया था तो कम से कम पता चल जाएगा कि उनके रुपए और मोबाइल किसने निकाले। हो सकता है कि रुपए किसी पब्लिक वाले ने निकाले हों, लेकिन कम से कम सर्विलांस के जरिए इसका पता लगाया जाए।

Posted By: Inextlive